जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोरोना वायरस महामारी से निपटने के प्रयासों के तहत राजस्थान में सभी नगरीय क्षेत्रों तथा मंडियों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अधिकारियों से कहा है कि वह सुनिश्चित करें कि सभी लोग मास्क पहनें। इसके साथ ही जयपुर सहित सात जिलों में संक्रमण पर काबू पाने के लिए भीलवाड़ा मॉडल लागू किया जाएगा। गहलोत ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जयपुर सहित प्रदेश भर में कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की।
उन्होंने इस दौरान कहा कि महामारी की रोकथाम के लिए राज्य के सभी 196 नगरीय क्षेत्रों (नगर निगम, नगरपालिका व नगर परिषद) तथा कृषि मण्डियों में अनिवार्य रूप से मास्क पहनना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि राजस्थान ने कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने में जो सफलता प्राप्त की है उसे आगे भी कायम रखा जाये। उन्होंने जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, चूरू, टोंक, झुंझुनूं, बांसवाड़ा आदि जिलों में भीलवाड़ा मॉडल लागू कर स्थिति को नियंत्रित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कर्फ्यू वाले सभी 38 क्षेत्रों में इसका सख्ती से पालना करवाया जाए। उन्होंने कहा कि जयपुर में भट्टा बस्ती, अमृतपुरी, खो-नागोरियान, मोती डूंगरी रोड क्षेत्र जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में रामगंज की तरह ही कोविड-19 की जांच सहित अन्य व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
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गहलोत ने सामाजिक दूरी तथा पृथक वास जैसे मानकों का सख्ती से पालन करने को कहा। गहलोत ने भीलवाड़ा के सभी 25 मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आने पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि भीलवाड़ा माॉडल की पूरी दुनिया में प्रशंसा हो रही है। इस दौरान अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा कि रैपिड टेस्टिंग के लिए 10 लाख किट्स का आर्डर दिया जा चुका है। इनमें से 2 लाख किट्स की पहली खेप जल्द ही प्राप्त हो जायेगी। उन्होंने बताया कि अब सबसे ज्यादा टेस्ट करने के मामले में महाराष्ट्र के बाद राजस्थान दूसरे नंबर पर है।