भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी स्थित शासकीय हमीदिया अस्पताल के डी-ब्लॉक की 6 वीं मंजिल से कूदने से सोमवार शाम को कोरोना संक्रमित रहीश शेख की मौत हो गई थी। घटना के एक दिन बाद मंगलवार को परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों का कहना है कि रहीश शेख आत्महत्या नहीं कर सकते, उनकी हत्या हुई है।
मृतक रहीश शेख के बहनोई आसिफ अली सेंट्रल लाइब्रेरी गली नंबर-2 में रहते हैं। उन्होंने मंगलवार को कहा कि रहीश शेख आत्महत्या नहीं कर सकते। वह बहुत दिलेर व्यक्ति थे। उन्होंने बताया कि सोमवार शाम 4 बजे डॉक्टर से बात हुई तो उन्होंने बताया कि उनका ऑक्सीजन लेवल 98 पर आ गया है। वह अब नॉर्मल हैं। सिर्फ उनका ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ था। इसके कुछ समय बाद ही पौने पांच बजे हमें अस्पताल से फोन आया कि आप जल्दी से अस्पताल आ जाइये। जब उनसे कारण पूछा तो बोले कि आप आ जाइए। हम अस्पताल पहुंचने के बाद आधे घंटे तक डी-ब्लॉक के सामने खड़े रहे, लेकिन हमें घटना के संबंध में किसी ने कोई जानकारी नहीं दी। बाद में पीछे ले जाकर घटना के संबंध में बताया।
आसिफ अली ने कहा कि वहां मौजूद एक डॉक्टर ने बताया कि वह बाथरूम गए थे। वहां से कूद गए जबकि बाद में बताया गया कि वह खिड़की तोड़ कर नीचे गिरे। अस्पताल के डॉक्टरों के बयानों में ही विरोधाभास है। इससे साफ है कि अस्पताल प्रबंधन घटना की वास्तविकता को छिपा रहा है। आसिफ अली ने कहा कि हम इस पूरे मामले की जांच निष्पक्ष एजेंसी से कराने की मांग करेंगे। इसको लेकर हम वकीलों से सलाह ले रहे हैं।