By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 25, 2022
हैदराबाद। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के निलंबित विधायक टी. राजा सिंह की पैगंबर मोहम्मद को लेकर की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ रातभर हुए विरोध प्रदर्शन के बाद बुधवार को शहर के कुछ हिस्सों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। कुछ शैक्षणिक संस्थान भी किसी अप्रिय घटना की आशंका के कारण बंद रहे। तेलंगाना के गृह मंत्री महमूद अली ने कहा कि सरकार कानून-व्यवस्था के मुद्दों पर कोई समझौता नहीं करेगी और अन्य धर्मों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले लोगों को बर्दाश्त नहीं करेगी और कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
अली ने एक बयान में कहा, ‘‘राजा सिंह के खिलाफ पूरे राज्य में कई शिकायत हैं कि उन्होंने पैगंबर मोहम्मद पर अपमानजनक टिप्पणी की है। उन्हें मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था।’’ उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए। तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के कार्यकारी अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के पुत्र के. टी. रामा राव ने एक ट्वीट में आरोप लगाया, ‘‘ शांतिपूर्ण राज्य तेलंगाना में धार्मिक नफरत को भड़काया जा रहा है। सोशल मीडिया के जरिए देश के सामाजिक ताने-बाने को बिगाड़ने की साजिश है।’’
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के विधायक सैयद अहमद पाशा कादरी ने बुधवार को तेलंगाना विधानसभा के अध्यक्ष पी. श्रीनिवास रेड्डी को पत्र लिखा और पैगंबर मोहम्मद के बारे में कथित रूप से टिप्पणी करने को लेकर सदन में भाजपा के नेता सिंह के खिलाफ ‘निष्कासन’ की प्रक्रिया शुरू करने का अनुरोध किया। विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और टीआरएस के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है। भाजपा की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष बी. संजय कुमार ने आरोप लगाया कि टीआरएस मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के परिवार पर लगे कुछ आरोपों से ध्यान हटाने के लिए सांप्रदायिक दंगे भड़काने की कोशिश कर रही है जबकि सत्तारूढ़ पार्टी ने ध्रुवीकरण की राजनीति के लिए भाजपा की आलोचना की। टीआरएस के नेता बी. विनोद कुमार ने कहा कि हैदराबाद शहर और तेलंगाना में शांति तथा सांप्रदायिक सद्भाव के माहौल को नहीं बिगड़ने दिया जायेगा। सिंह की रिहाई से नाराज लोग मंगलवार देर रात सड़कों पर उतर आए, जिसके बाद चारमीनार इलाके सहित शहर के कई हिस्सों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। विधायक ने स्टैंड-अप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी और धर्म विशेष की आलोचना करते हुए सोमवार को एक वीडियो जारी किया था। वीडियो में सिंह धर्म के खिलाफ कथित तौर पर कुछ टिप्पणी करते दिख रहे हैं। वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद पुलिस ने उन्हें मामले में गिरफ्तार कर लिया था। हालांकि, बाद में एक स्थानीय अदालत ने उन्हें जमानत दे दी थी। सहायक पुलिस आयुक्त (चारमीनार) जी. बिक्षम रेड्डी ने बुधवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘जहां भी आवश्यकता थी वहां अतिरिक्त बल तैनात किया गया है। रात को प्रदर्शन किया गया था। हालांकि स्थिति अब शांतिपूर्ण बनी हुई है। ’’ एआईएमआईएम के विधायक पुराने शहर के कई हिस्सों में पहुंचे जहां बड़ी संख्या में मुस्लिम युवकों ने काले झंडे लेकर विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी के सूत्रों ने यह जानकारी दी। पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित विवादित टिप्पणी पर हंगामे के बाद भाजपा ने सिंह को पार्टी से निलंबित कर दिया था। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) डी. एस. चौहान ने कहा कि स्थिति पूरी तरह से शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है। उन्होंने बताया कि अभी किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है। हालांकि टीवी की कुछ फुटेज में देखा जा सकता है कि कुछ प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने एहतियातन हिरासत में ले लिया। एआईएमआईएम के विधायक कादरी ने बुधवार को तेलंगाना विधानसभा के अध्यक्ष रेड्डी को पत्र लिखा और पैगंबर मोहम्मद के बारे में कथित रूप से टिप्पणी करने को लेकर सदन में भाजपा के नेता टी. राजा सिंह के खिलाफ ‘निष्कासन’ की प्रक्रिया शुरू करने का अनुरोध किया। कादरी ने अपने पत्र में लिखा है, सिंह ने सोमवार को पैगंबर मोहम्मद और इस्लाम के खिलाफ बयान दिया था जिससे देश भर के मुसलमानों की भावनाएं आहत हुई हैं और यह विधानसभा सदस्य के रूप में उनकी शपथ का स्पष्ट उल्लंघन है। एआईएमआईए के नेता ने कहा, ‘‘राजा सिंह ने बार-बार मुसलमानों के खिलाफ हिंसा भड़काई है और दुश्मनी, घृणा तथा गलत मंशा को बढ़ावा दिया है। ऐसे में उन्होंने भारत की अखंडता को बनाए रखने की अपनी शपथ का भी उल्लंघन किया है। यह बयान ताजा उदाहरण है कि वह सदन के सदस्य बने रहने योग्य नहीं हैं।’’ इस बीच कांग्रेस की तेलंगाना इकाई के नेता राशिद खान ने यह बयान देकर एक विवाद खड़ा कर दिया है कि वह राजा सिंह प्रकरण को लेकर शहर के पूरे गोशामहल क्षेत्र को ‘जला देंगे।’ सामने आये एक वीडियो में राशिद खान ने के. चंद्रशेखर राव की सरकार को चेतावनी जारी करते हुए कथित तौर पर कहा था कि अगर 23 अगस्त को राजा सिंह को गिरफ्तार नहीं किया गया तो वह गोशामहल को जला देंगे। उन्होंने कहा था, ‘‘हम यहां तमाशा देखने नहीं आए हैं। हम सड़कों पर आएंगे।