By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 28, 2022
गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले राजकोट से कांग्रेस के एक प्रत्याशी ने धार्मिक स्थलों अजमेर और सोमनाथ पर टिप्पणी कर विवाद खड़ा कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उनके प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार ने दावा किया कि ऐसी टिप्पणियां हिंदू समुदाय के लिए आपत्तिजनक हैं। राजकोट (पूर्व) से कांग्रेस उम्मीदवार इंद्रनील राजगुरु ने शनिवार को उपने क्षेत्र में एक जनसभा को संबंधित किया जिसमें ज्यादातर मुस्लिम समुदाय के सदस्य थे। उन्होंने कहा कि लोगों को उनके साथ ‘हर हर महादेव’ का नारा लगाना चाहिए। भीड़ ने ऐसा ही किया।
राजगुरु ने सभा में कहा, “ मेरी नजर में महादेव और अल्लाह एक ही हैं। अजमेर में महादेव और सोमनाथ में अल्लाह का वास है। अल्लाहु अकबर (ईश्वर महान है)।” अजमेर ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के लिए प्रसिद्ध है और सोमनाथ भगवान महादेव के मंदिर के लिए मशहूर है। कांग्रेस के पूर्व विधायक राजगुरु ने कहा, “ मेरी नज़र में महादेव और अल्लाह एक ही हैं। मुझे अपने हिंदू भाइयों को एक बस में भगवान महादेव (सोमनाथ) के पास ले जाने में खुशी होती है। मुझे वही खुशी महसूस होती है जब मैं लोगों से भरी गाड़ियों के साथ अजमेर जाता हूं ... जो लोग हमें सुधारना चाहते हैं उन्हें पता होना चाहिए कि हम सभी इंसान हैं। अल्लाहु अकबर। हर हर महादेव।”
वह कुछ समय आम आदमी पार्टी (आप) में रहने के बाद हाल में कांग्रेस में लौटे हैं। राजगुरु की टिप्पणी का एक वीडियो रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। बाद में, राजगुरु ने कहा, मेरे अल्लाहु अकबर कहने वाली एक क्लिप सामने आई है। उसी क्लिप में, लोगों को 5,000 मुसलमानों को हर हर महादेव के नारे लगाते हुए भी सुनना चाहिए। उन्होंने कहा कि विरोधी भाजपा ने उनके भाषण का एक हिस्सा वायरल करा दिया है जिसमें वह अल्लाहु अकबर कहते नजर आ रहे हैं।
कांग्रेस उम्मीदवार ने कहा, मैंने उनसे (जनसभा) पूछा कि अगर मुझे अल्लाह का नाम लेने में शर्म नहीं आती है, तो क्या आपको महादेव का नाम लेने में शर्म आती है? जब मैंने अल्लाहु अकबर कहा, तो 5000 लोगों ने हर हर महादेव का नारा लगाया। यह वीडियो की हकीकत है।” हालांकि, राजकोट (पूर्व) से राजगुरु के खिलाफ चुनाव लड़ रहे भाजपा के उदय कांगड़ ने कहा, बहुत अंतर है। ऐसा बयान हिंदू समुदाय के लिए आपत्तिजनक है। सोमनाथ देश भर में श्रद्धेय है।
यह पहला ज्योतिर्लिंग है। ऐसा कुछ नहीं कहना चाहिए। अहमदाबाद के धार्मिक नेता चैतन्य शंभू महाराज ने कहा कि वह राजगुरु के बयानों की कड़ी निंदा करते हैं। उन्होंने दावा किया, यह एक उदाहरण है कि एक व्यक्ति वोट के लिए कितना नीचे गिर सकता है। इस तरह के बयान से उन्होंने न केवल हिंदुओं बल्कि मुसलमानों का भी अपमान किया है। यह सिर्फ हिंदू और मुस्लिम मतदाताओं को लुभाने का एक प्रयास है। गुजरात विधानसभा की 182 सीटों के लिए दो चरणों में एक और पांच दिसंबर को मतदान होगा।