By अंकित सिंह | Jun 26, 2023
वर्तमान समय में भी ज्योतिष शास्त्र का बेहद ही ज्यादा महत्व है। ज्योतिष शास्त्र के जरिए भी देश-दुनिया में क्या होने वाला है, इसका अनुमान लगाया जा सकता है। प्रभासाक्षी ने भी अपने खास कार्यक्रम समय चक्र में जाने-माने एस्ट्रोलॉजर रोहिताश्व त्रिवेदी को इस बार आमंत्रित किया। हमने अपने कार्यक्रम में रोहिताश्व त्रिवेदी से यह जानने की कोशिश की कि आने वाला समय दुनिया के लिए कैसा रहने वाला है? हमने भारत को लेकर भी रोहिताश्व त्रिवेदी से कुछ सवाल किए जिसका जवाब उन्होंने ज्योतिष शास्त्र के अनुरूप दिया।
कर्नाटक चुनाव के नतीजे भाजपा के लिए eye-opener की तरह है। अगर भाजपा ने इससे सबक नहीं लिया तो 2024 में दिक्कत हो सकती है। कांग्रेस के लिए और प्रियंका गांधी के लिए यह शुभ साबित हुआ है। प्रियंका गांधी को इसका सबसे ज्यादा लाभ हो रहा है। प्रियंका गांधी का कांग्रेस में कद बढ़ेगे। आने वाले दिनों में प्रियंका कांग्रेस की कमान भी अपने हाथों में संभाल सकती हैं।
अरविंद केजरीवाल का राजनीतिक भविष्य 2026 में हमेशा के लिए थम जाएगा।
2020 से दुनिया में उथल-पुथल मची हुई है। अराजकता देखने को मिली है। इसमें भारत की भूमिका काफी अहम है। जब तक वैश्विक उथल-पुथल कम नहीं होता है, तब तक इस देश में धार्मिक उन्माद, जातिवाद की लड़ाई की आशंका बनी रहेगी।
मणिपुर में स्थिति शीघ्र ही नियंत्रण में आएगी। आप यह कह सकते हैं कि हिंसा का दौर थम गया है।
विश्व विजय पंचांग में पहले ही भारत को चेतावनी देते कि 2320 में अन्न संकट हो सकता है। प्रकृति विकराल रूप धारण कर सकती है। यही कारण है कि गर्मियों में वर्षा होते रही, बारिश के दौरान गर्मी हो रही है।
आने वाले दिनों में खाद्य संकट हो सकता है। मां प्रकृति मनुष्य से नाराज चल रही हैं। हमें अपने खानपान के तौर-तरीकों में बदलाव करने होंगे।
जो भी राजनीतिक दल सनातन पद्धति की ओर नीति निर्धारित करेगी, जो सनातन धर्म के तीर्थ स्थल की व्यवस्था ठीक करेगी, उसके निर्माण पर कार्य करेगी। वही पार्टी इन चुनाव में जनादेश प्राप्त करेगी।
पाकिस्तान का अंत निश्चित है। गलती से भी उसे कोई गलत ही नहीं करनी चाहिए। वरना उसका अंत बहुत ही दर्दनाक हो सकता है। ज्योतिषीय संकेत यही है कि पाकिस्तान को परास्त करने के लिए अब सैन्य उपयोग कर लेना चाहिए।
भारत और अमेरिका के रिश्ते वैसे ही रहेंगे जैसे पहले से चले आ रहे हैं। इससे चीन को कन्फ्यूजन होता रहेगा। रूस के राष्ट्रहित में यही है कि उसके संबंध भारत से अच्छे रहें।
रूसी सेना की गर्जना एक बार भारत के कारण फिर से देखने को मिलेगी जिसकी वजह से चीन के लिए स्थितियां और मुश्किल हो सकती हैं।