कांग्रेस प्रशिक्षण से पराक्रम महाभियान के दूसरे चरण में 30 हजार पदाधिकारियों को प्रशिक्षित करेगी

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 15, 2021

कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई 15 सितंबर से प्रशिक्षण से पराक्रम महाअभियान का दूसरा चरण शुरू करने जा रही है। इस चरण में पार्टी 100 प्रशिक्षण शिविरों में तकरीबन 30 हजार पदाधिकारियों को प्रशिक्षित करेगी।

प्रदेश कांग्रेस के मीडिया एवं कम्युनिकेशन विभाग के संयोजक ललन कुमार ने मंगलवार को बताया कि प्रशिक्षण से पराक्रम महाअभियान का दूसरा चरण बुधवार को शुरू होगा।

इस चरण में 100 प्रशिक्षण शिविरों में तकरीबन 30 हजार पदाधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पदाधिकारियों के प्रशिक्षण के लिए प्रदेश मुख्यालय में जुलाई माह से ही एक विशेष प्रशिक्षण कार्यबल का गठन किया गया है जो अनवरत प्रशिक्षण कार्य को अंजाम दे रही है।

कुमार ने बताया कि ‘प्रशिक्षण से पराक्रम महाभियान’ के पहले चरण में कांग्रेस ने अपने तकरीबन 25 हजार कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया था। जिलावार 11 दिनों के इस अभियान के पहले चरण में सात मास्टर ट्रेनर टीम ने राज्य के सभी जिलों में जिला और नगर कमेटी के पदाधिकारियों के साथ ब्लॉक अध्यक्षों, वार्ड अध्यक्षों और न्याय पंचायत अध्यक्षों को प्रशिक्षित किया था।

अब यह अभियान प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में शुरू हो रहा है। उन्होंने बताया कि इस महाभियान के तहत कांग्रेस ने 700 प्रशिक्षण शिविरों के जरिये दो लाख पदाधिकारियों को प्रशिक्षित करने का अभियान शुरू किया है।

यह महाभियान चार चरणों में पूरा होगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में पांच विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बूथ प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिए जाने के साथ-साथ सोशल मीडिया के कुशल उपयोग के लिए पदाधिकारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।

इन दो विषयों के अलावा कांग्रेस की विचारधारा, भारतीय जनता पार्टी-राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का सच और किसने बिगाड़ा उत्तर प्रदेश नाम से तीन अलग अलग कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं।

प्रमुख खबरें

Yearender 2024: वायनाड भूस्खलन, जयपुर अग्निकांड, वो दर्दनाक हादसे, जिससे सहम उठा पूरा देश

Stranger Things 5 | स्ट्रेंजर थिंग्स 5 के कलाकारों ने शूटिंग पूरी की, नेटफ्लिक्स शो 2025 में रिलीज़ के लिए तैयार

Champions Trophy: इस दिन होगा भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबला, जानें दोनों टीमों के आंकड़े

बायोहैकिंग क्या है? भारत में इसका प्रचलन कैसे बढ़ा?