कांग्रेस ने बुधवार को सैम पित्रोदा को इंडियन ओवरसीज कांग्रेस का दोबारा अध्यक्ष नियुक्त किया। पित्रोदा ने इस साल मई में अपने बयानों पर विवाद के बाद इस्तीफा दे दिया था, जिसमें उन्होंने भारत में विरासत कर कानून लागू करने की वकालत की थी और इस बात का जिक्र किया था कि कैसे दक्षिण भारत के लोग अफ्रीकियों की तरह दिखते हैं और पश्चिम के लोग अरब की तरह दिखते हैं और पूर्व के लोग चीनी की तरह दिखते हैं। पार्टी महासचिव के सी वेणुगोपाल ने एक बयान में कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने सैम पित्रोदा को तत्काल प्रभाव से इंडियन ओवरसीज कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया है। बीजेपी ने सैम पित्रोदा की वापसी पर सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या कांग्रेस सैम के पुराने बयान से इस्तेफाक रखती है।
सैम पित्रोदा के विवादित बयान
मई में पित्रोदा ने कहा था कि भारत दुनिया में लोकतंत्र का एक चमकदार उदाहरण है, इस बारे में बोलते हुए पित्रोदा ने कहा था कि देश के लोग 75 साल से बहुत खुशहाल माहौल में रह रहे हैं, जहां लोग यहां-वहां के कुछ झगड़ों को छोड़कर एक साथ रह सकते हैं। पित्रोदा ने 'द स्टेट्समैन' को दिए एक साक्षात्कार में भारत में लोकतंत्र पर विचार करते हुए कहा, "हम 75 वर्षों से बहुत खुशहाल माहौल में रह रहे हैं, जहां लोग यहां-वहां के कुछ झगड़ों को छोड़कर एक साथ रह सकते हैं। हम एक देश पर पकड़ बनाए रख सकते हैं।
भारत की तरह विविधतापूर्ण, जहां पूर्व के लोग चीनी जैसे दिखते हैं, पश्चिम के लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर के लोग गोरे जैसे दिखते हैं और शायद दक्षिण के लोग अफ़्रीकी जैसे दिखते हैं। उन्होंने आगे कहा कि भारत के लोग विभिन्न भाषाओं, धर्म, भोजन और रीति-रिवाजों का सम्मान करते हैं जो अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग होते हैं। उन्होंने कहा कि यह वह भारत है जिसमें मैं विश्वास करता हूं, जहां हर किसी के लिए जगह है और हर कोई थोड़ा-बहुत समझौता करता है।