By अभिनय आकाश | Jun 26, 2023
वैसे तो साल 1984 अपने साथ कई खट्टी और मीठी यादें लेकर आया था। इसी साल भोपाल गैस त्रास्दी जैसी दुर्घटना घटित हुई जब हजारो लोग कभी न जागने वाली मौत की आगोश में समा गए। वहीं इसी साल भारतीय ने अंतरिक्ष में कदम रखा था। लेकिन इसके साथ ही 1984 के साल में ही देश ने अपने एक प्रधानमंत्री को भी खो दिया था और जिसके परणामस्वरूप दिल्ली को सड़कों पर मौत का तांडव सिख दंगे के रूप में देश को देखने को मिला। 31 अक्टूबर 1984 का ही दिन था जब दिन दहाड़े इंदिरा गांधी की हत्या कर दी गई थी। इंदिरा गांधी को सुबह 9.30 के करीब मारा गया था और शाम 6 बजे ये खबर आधिकारिक तौर पर सामने आई थी। हत्या करने वाले उनके दो सिख बॉडीगार्ड के नाम थे सतवंत सिंह और बेअंत सिंह। आप कह रहे होंगे कि आज हम इंदिरा गांधी की हत्या का जिक्र क्यों कर रहे हैं। दरअसल, कांग्रसे पार्टी की तरफ से सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया गया है। इस वीडियो में राहुल गांधी अपनी दादी के बेजान शरीर पर हाथ फेरते नजर आ रहे हैं। 43 सेकेंड के इस वीडियो में राहुल गांधी ने खुद आवाज दी है और अपने पिता व पूर्व पीएम राजीव गांधी की हत्या का भी जिक्र किया है।
वीडियो की शुरुआत में इंदिरा गांधी का बेजान शरीर पड़ा है। उनके पास नन्हें राहुल गांधी उनका गाल सहला रहे हैं। इसके बाद इस वीडियो में राहुल गांधी बोलते नजर आ रहे हैं कि मेरी दादी को 32 गोली लगी थी। मेरे पिता को बम से मारा गया। मेरे खिलाफ हिंसा की गई। लेकिन जिस दिन मेरे दिल से डर मिट गया उस दिन से मेरे दिल में सिर्फ मोहब्बत रही है। राहुल कहते नजर आ रहे हैं कि बब्बर शेर किसी से जरता नहीं है। ये शेरों-शेरनियों का देश है। किसी से डरने की कोई जरूरत नहीं है। कांग्रेस ने 43 सेकेंड के वीडियो के कैप्शन में लिखा कि जिस दिन मेरे दिल से डर मिट गया, मेरे दिल में सिर्फ मोहब्बत रही है।