By अनुराग गुप्ता | Jun 18, 2022
नयी दिल्ली। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने शनिवार को पार्टी कार्यकर्ताओं के खिलाफ दिल्ली पुलिस द्वारा अत्यधिक बल प्रयोग करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा। दरअसल, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई को लेकर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने देशभर में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान राष्ट्रीय राजधानी में भी व्यापक प्रदर्शन हुए और पुलिस के साथ झड़पें भी हुईं। जिसके बाद पुलिस ने कई सैकड़ों नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया।
नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर ईडी ने राहुल गांधी से लगातार तीन दिनों तक पूछताछ की है। इसके बाद उन्हें चौथे दौर की पूछताछ के लिए सोमवार को पेश होने का निर्देश दिया है। इसी बीच अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि कांग्रेस द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शनों को रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने अत्यधिक बल प्रयोग किया है।
महिला सांसद के फाड़े गए कपड़े !
उन्होंने आरोप लगाया कि संसद और राज्य विधानसभाओं के जनप्रतिनिधियों सहित हमारे कार्यकर्ताओं को बिना किसी उकसावे के पीटा जा रहा है, जो हमारे देश के लोकतांत्रिक लोकाचार का सीधा अपमान है। इस दौरान अधीर रंजन चौधरी ने तमिलनाडु की सांसद एस जोशी मणि का उदाहरण दिया। जिन्हें दिल्ली पुलिस ने बेरहमी से पीटा था। उन्होंने कहा कि पार्टी सांसद के कपड़े फाड़ दिए गए थे, शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना की तो बात ही छोड़ दें। उन्हें देर शाम तक पुलिस स्टेशन में हिरासत में रखा गया था।
उन्होंने कहा कि तमिलनाडु की सांसद को पीने का पानी तक नहीं दिया और न ही पानी की बोतल खरीदने की अनुमति दी गई। इतना ही नहीं जेल पहुंचने पर चिकित्सा सहायता भी नहीं दी गई। उन्होंने पूछा कि क्या एक माननीय महिला सांसद के साथ ऐसा व्यवहार किया जाता है? एक सांसद को पीने का पानी और चिकित्सा सहायता प्रदान नहीं करना बेहद शर्मनाक और मानवाधिकारों के उल्लंघन का स्पष्ट मामला है। उन्होंने बताया कि पुलिस की पिटाई से उनकी तबीयत और खराब हो गई है और अब उन्हें नई दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इसके साथ ही अधीर रंजन चौधरी ने मोदी सरकार पर विपक्ष की राय को उचित सम्मान नहीं देने का आरोप लगाया। कांग्रेस नेता ने कहा कि यह गंभीर चिंता का विषय है कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने कांग्रेस पार्टी कार्यालय में जबरदस्ती प्रवेश किया और पार्टी कार्यकर्ताओं पर लाठियों की बौछार लगा दी। हमारे कार्यकर्ताओं को पार्टी कार्यालय से बाहर खींचकर पुलिस वैन में फेंक दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि एआईसीसी मुख्यालय लोकतंत्र के मंदिर (संसद), प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के आवासों से अधिक दूर नहीं है। इतना ही नहीं कांग्रेस नेता ने अपने पत्र में लोकतंत्र सूचकांक की वैश्विक रैंकिंग में भारत के फिसलते हुए स्थान की भी बात की।