By अंकित सिंह | Apr 01, 2023
मानहानि मामले में 2 साल की सजा सुनाए जाने के बाद राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द हो गई है। इसको लेकर देश की राजनीति जबरदस्त तरीके से गर्म है। कांग्रेस भाजपा और केंद्र सरकार पर हमलावर है। वहीं, भाजपा की ओर से भी पलटवार किया जा रहा है। इन सबके में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर से भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि भाजपा देश में एक दलीय शासन चाहती है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया कि कांग्रेस लोकतंत्र को बचाने के लिए लगातार जमीन पर लड़ाई लड़ रही हैं।
अपने बयान में गहलोत कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए कांग्रेस देश में जागरूकता अभियान चला रही है। वे (भाजपा) देश में एक दलीय शासन चाहते हैं। उन्होंने पंजाब की स्थिति पर चिंता जाहिक की और कहा कि पंजाब सरकार और भारत सरकार को जल्द ही (खालिस्तान मुद्दे का) हल निकालना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि देश की भलाई के लिए विपक्षी दलों को एक साथ आना होगा। राजस्थान में डॉक्टरों के बवाल पर उन्होंने कहा कि राजस्थान 'स्वास्थ्य का अधिकार' लाने वाला देश का पहला राज्य है। इसने लोगों में विश्वास पैदा किया है क्योंकि यह सुलभ और मुफ्त चिकित्सा उपचार का आश्वासन देता है। उन्होंने दावा किया कि इस पर आरएसएस समर्थित लॉबी राज्य के डॉक्टरों को गुमराह कर रही है।
अशोक गहलोत ने कहा कि पश्चिम बंगाल, गुजरात, सासाराम, बिहार और कुछ अन्य स्थानों पर 'रामनवमी' के दिन हिंसा हुई। क्या यह अच्छी चीज है? ऐसे में देश में विकास कैसे हो सकता है? इससे रहले गहलोत ने कहा कि देश में धर्म के नाम पर राजनीति की जा रही है। अमृतपाल सिंह कह रहे हैं कि अगर मोहन भागवत और नरेंद्र मोदी हिंदू राष्ट्र की बात करते हैं तो मैं खालिस्तान की बात क्यों न करूं? आग लगाना आसान है, लेकिन बुझने में समय लगता है।