By Anoop Prajapati | Nov 02, 2024
इस महीने होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव होने में कुछ ही दिन बाकी है। राज्य में चुनाव एक चरण में 20 नवंबर को होना है। तो वहीं चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। इसके लिए सभी राजनीतिक दलों ने कमर पहले से ही कस ली है। सीट बंटवारे को लेकर महायुति-महाविकास अघाड़ी में शामिल दलों ने सीटें भी तय कर ली है। 288 विधानसभा क्षेत्र वाले इस राज्य में चुनाव प्रक्रिया शांति पूर्ण तरीके से हो इसके लिए चुनाव आयोग ने शासन-प्रशासन को दिशा- निर्देश दे दिया है। वहीं बीजेपी अपने 148 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट भी जारी कर चुका है। इसके साथ ही उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना ने 80 उम्मीदवारों और शिंदे गुट की शिवसेना 65 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की है।
राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी क्षेत्रीय दल से लेकर राष्ट्रीय दल जीत के लिए जनता के द्वार पहुंच रहे हैं। अब जनता किसे अपना नेता चुनेगी ये तो चुनाव परिणाम के बाद ही पता चलेगा। लेकिन किस विधानसभा में किस पार्टी के उम्मीदवार को जनता ने अपना नेता चुना है, और आगे किस पार्टी के उम्मीदवार को अपना नेता चुनेगी। आपको जानने में सहूलियत होगी कि जनता का मूड क्या होगा। आज हम आपके लिए अंधेरी पश्चिम विधानसभा सीट का समीकरण लेकर उपस्थित हुए हैं। जहाँ से भाजपा के टिकट पर अमीत सातम मैदान में उतरे हैं।
अंधेरी पश्चिम सीट 2009 से अस्तित्व में है
यह विधानसभा सीट 2008 परसीमन के बाद बना। 2009 से ये विधानसभा अस्तित्व में है। तब से इस सीट पर 3 बार चुनाव हुआ है। अंधेरी पश्चिम विधानसभा सीट राज्य के उत्तरी मुंबई लोकसभा सीट के अंतर्गत आती है। इस सीट पर तीन बार चुनाव हुआ है। जिसमें से एक बार कांग्रेस और दो बार बीजेपी उम्मीदवार ने जीत दर्ज की।
2024 में जनता का मूड भांपना मुश्किल
आंकड़ों पर गौर फरमाएं तो, हम देख पाएंगे कि अंधेरी पश्चिम विधानसभा सीट पर लगातार पिछले दो चुनाव से बीजेपी जीत रही है। वहीं 2009 में कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। हालांकि 2009 में बीजेपी यहां चुनावी मैदान में नहीं थी। वहीं अगर हम पिछले दो चुनावों में इन दोनों पार्टियों की वोट प्रतिशतता को देखें तो 2014 चुनाव में कांग्रेस की वोट प्रतिशत बीजेपी के मुकाबले बेहद कम रहा। वहीं 2019 चुनाव में भी कांग्रेस का वोट प्रतिशत बीजेपी से 13 प्रतिशत कम रहा। ऐसे में बीजेपी लगातार दो बार इस बार भी बीजेपी का पलड़ा भारी है। बाकी जनता का मूड है चाहे तो ये आंकड़े पलट भी सकती है।