कांग्रेस ने आज बरखा शुक्ला सिंह को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया। बरखा सिंह ने एक दिन पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन पर निशाना साधने के साथ ही पार्टी की स्थानीय महिला इकाई के प्रमुख पद से इस्तीफा दे दिया था। कांग्रेस की दिल्ली इकाई की अनुशासनात्मक समिति ने दिल्ली नगर निगम चुनाव के मद्देनजर ‘‘पार्टी विरोधी गतिविधियों’’ में शामिल होने के कारण बरखा सिंह को पार्टी से निष्कासित कर दिया।
कांग्रेस 2015 के विधानसभा चुनाव में पराजय के बाद नगर निगम चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद कर रही है। बरखा सिंह ने गुरुवार को पार्टी ना छोड़ने की बात कही थी। उन्होंने यह कहते हुए राहुल गांधी पर निशाना साधा कि फैसला उनका ‘‘मानसिक दिवालियापन’’ ‘‘साबित’’ करता है और वह इसके खिलाफ कानूनी कदम उठाएंगी। उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस गांधी परिवार की संपत्ति नहीं है।’’ सिंह ने कहा कि उनकी अभी भाजपा या अन्य किसी भी पार्टी में शामिल होने की योजना नहीं है।
चार सदस्यीय अनुशासनात्मक समिति में दिल्ली के पूर्व मंत्री नरेंद्र नाथ, पूर्व महिला कांग्रेस प्रमुख आभा चौधरी और पार्टी नेता महमूद जिया तथा सुरेंद्र कुमार शामिल हैं। सिंह ने इससे पहले राहुल पर पहले आरोप लगाया था कि वह पार्टी नेताओं से नहीं मिलते और वह संगठन के भीतर ‘‘मुद्दों’’ को सुलझाने में ‘‘अनिच्छुक’’ हैं। उन्होंने माकन के खिलाफ ''दुर्व्यवहार’’ के आरोप भी लगाए थे। सिंह ने 23 अप्रैल को होने वाले नगर निगम चुनावों के लिए टिकट बंटवारे में महिला कार्यकर्ताओं को ‘‘नजरअंदाज’’ करने की शिकायत की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि पार्टी कार्यकर्ताओं को ‘‘अनदेखा’’ किया गया और उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया।