Haryana BJP Government In Crisis | कांग्रेस ने हरियाणा की भाजपा सरकार को बर्खास्त करने और चुनाव कराने की मांग की

By रेनू तिवारी | May 08, 2024

चंडीगढ़। हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार का समर्थन करने वाले तीन निर्दलीय विधायकों ने 7 मई को सरकार से अपना समर्थन वापस लेने की घोषणा की, जबकि कांग्रेस पार्टी ने राज्य में राष्ट्रपति शासन के तहत विधानसभा चुनाव कराने की मांग की, जैसा कि सरकार ने किया है। हरियाणा में 90 सदस्यीय विधानसभा है, जिसकी वर्तमान में प्रभावी संख्या 88 सदस्यों की है। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा करनाल से इस्तीफा देकर उनकी जगह मुख्यमंत्री बने नायब सिंह सैनी के लिए जगह बनाने के बाद दो सीटें खाली हो गई हैं। दूसरी सीट रानिया निर्वाचन क्षेत्र से सरकार का समर्थन कर रहे निर्दलीय विधायक रणजीत चौटाला के भाजपा में शामिल होने के बाद विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद खाली हुई थी। सदन की मौजूदा ताकत के मुताबिक बहुमत का आंकड़ा 45 है।

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कांग्रेस ने हरियाणा की भाजपा सरकार को बर्खास्त करने और चुनाव कराने की मांग की 

कांग्रेस ने तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने के चलते हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार के विधानसभा में अल्पमत में आने के बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने और चुनाव कराने की बुधवार को मांग की। पार्टी ने कहा कि वह हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को पत्र लिखकर भाजपा सरकार को बर्खास्त करने की मांग करेगी। पार्टी ने जननायक जनता पार्टी (जजपा), इंडियन नेशनल लोक दल (इनेलो) और निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू से कहा कि वे भी इसी तरह राज्यपाल को पत्र लिखकर भाजपा का विरोध करने के अपने दावे के बारे में उन्हें जानकारी दें। बुधवार को सिरसा में पत्रकारों से बात करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि उनकी सरकार संकट में नहीं है और मजबूती से काम कर रही है।

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राष्ट्रपति शासन लगाने और नए सिरे से चुनाव कराने की मांग करेंगे

हरियाणा कांग्रेस प्रमुख उदय भान ने कहा, हम राज्यपाल को पत्र लिखकर सूचित करेंगे कि तीन निर्दलीय विधायकों ने समर्थन वापस ले लिया है और उन्होंने हमारी पार्टी को समर्थन दिया है... सरकार अल्पमत में है और उसे बरकरार रहने का कोई अधिकार नहीं है। हम सरकार को बर्खास्त करने, राष्ट्रपति शासन लगाने और नए सिरे से चुनाव कराने की मांग करेंगे।” उन्होंने कहा, इसी तरह, जजपा को भी पत्र लिखकर सरकार को बर्खास्त करने की मांग करनी चाहिए। सरकार के विरोध का दावा करने वाले इनेलो के अभय सिंह चौटाला और निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू को भी राज्यपाल को इसी तरह का पत्र लिखना चाहिए।

भान ने कहा कि तीन निर्दलीय विधायक पहले ही समर्थन वापसी के संबंध में राज्यपाल को पत्र लिख चुके हैं। वरिष्ठ कांग्रेस नेता बी बी बत्रा ने कहा कि कभी राज्य में भाजपा की सहयोगी रही जजपा को राज्यपाल को पत्र लिखकर यह स्पष्ट करना चाहिए कि वह सरकार का समर्थन नहीं कर रही है। मंगलवार को जजपा नेता दिग्विजय सिंह चौटाला ने कहा था कि कांग्रेस नेता भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को जनता का विश्वास खो चुकी नायब सिंह सैनी की सरकार को गिराने की प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए।

चौटाला के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बत्रा ने कहा, जजपा राज्यपाल को एक पत्र लिखकर कहे कि वह भाजपा सरकार का समर्थन नहीं कर रही है... हम इस तथ्य को जानते होंगे (कि जजपा उसका समर्थन नहीं कर रही है) लेकिन उन्हें एक पत्र लिखकर इस बारे में बताना चाहिए” उन्होंने कहा, जैसे तीन निर्दलीय विधायकों ने राज्यपाल को पत्र लिखकर कहा कि उन्होंने अपना समर्थन वापस ले लिया है... जजपा को भी ऐसा करना चाहिए।

तीन निर्दलीय विधायकों - सोमबीर सांगवान (दादरी), रणधीर सिंह गोलेन (पुंडरी) और धर्मपाल गोंदर (नीलोखेड़ी) ने मंगलवार को हरियाणा में भाजपा सरकार से समर्थन वापस लेकर कांग्रेस के समर्थन की बात कही थी। हाल के दिनों में जजपा के कुछ विधायकों ने भाजपा को समर्थन देने का संकेत दिया है। 90 सदस्यीय सदन में भाजपा के 40, कांग्रेस के 30 और जजपा के 10 विधायक हैं।

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