By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 19, 2022
चंडीगढ़| पंजाब कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को यहां पुलिस प्रमुख वी के भवरा से मुलाकात की और राज्य में कानून व्यवस्था की ‘बिगड़ती’ स्थिति पर चिंता व्यक्त की।
प्रतिनिधिमंडल ने दावा किया कि बल का इस्तेमाल राजनीतिक प्रतिशोध के लिए किया जा रहा है। एक बयान के अनुसार, प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कांग्रेस पार्टी की प्रदेश इकाई के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने किया।
प्रतिनिधिमंडल ने भवरा को मौजूदा कानून व्यवस्था की स्थिति के बारे में अवगत कराते हुए आरोप लगाया, ‘‘पिछले दो महीनों से, पंजाब में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति में खतरनाक गिरावट देखी गई है। हत्या, लूट और डकैती प्रतिदिन का क्रम बन गया है। इसके साथ ही हाल ही में खुफिया मुख्यालय पर रॉकेट हमले की घटना ने लोगों में असुरक्षा और भय उत्पन्न किया है।’’
प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस महानिदेशक को बताया कि पूरे पंजाब के लोगों के बीच आम धारणा यह है कि सरकार और विशेष रूप से पुलिस ने अपनी प्राथमिकताएं तय नहीं की हैं।
यह भी आरोप लगाया गया कि पुलिस का इस्तेमाल कानून-व्यवस्था बनाए रखने के बजाय राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध के लिए किया जा रहा है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेताओं ने कहा कि कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं पर कथित तौर पर फर्जी आधार पर मामला दर्ज किया गया है, क्योंकि उन्होंने ‘‘गलत कामों को उजागर करने’’ की कोशिश की थी। प्रतिनिधिमंडल ने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी को पंजाब पुलिस की क्षमताओं पर पूरा भरोसा है। पंजाब पुलिस का एक महान और गौरवशाली रिकॉर्ड और बलिदानों का इतिहास रहा है।
पंजाब से आतंकवाद का सफाया करने की इसकी अद्वितीय उपलब्धि है। हमारा मानना है कि अगर इसे पेशेवर रूप से काम करने दिया जाता है, तो पंजाब में पूर्ण शांति होगी।’’ पार्टी ने कहा कि यह स्थिति सामान्य नहीं है।
पार्टी ने कहा, ‘‘यह तथ्य राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति का संकेत है कि पंजाब सरकार को केंद्र से 10 अतिरिक्त कंपनियों की तैनाती का अनुरोध करना पडा़।’’
बयान के अनुसार, कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भारत भूषण आशु, महासचिव संदीप संधू, उपाध्यक्ष कुशलदीप ढिल्लों और कांग्रेस विधायक दल के उप नेता राज कुमार चब्बेवाल भी प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे।