पटना।
कांग्रेस ने
एआईएमआईएम नेता
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी को
भाजपा की ‘बी’ टीम करार देते हुए कहा कि जब भी नरेंद्र मोदी को हार नजर आती है, तब वे ओवैसी की पार्टी को हिदू-मुस्लिम की सियासत और ध्रुवीकरण के लिए मैदान में उतार देते हैं। वहीं, ओवैसी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जब ओवैसी ज़िम्मेदार के नारों से दिल भर जाए तो विचार करें कि कांग्रेस को हारने कि ऐसी लत क्यों लग गयी है? कांग्रेस महासचिव एवं मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘तेलंगाना की 119 विधानसभा सीटों में से महज नौ पर चुनाव लड़ने वाली पार्टी बिहार में किसकी मदद के लिए 24 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।’’
ओवैसी की पार्टी और भाजपा के बीच गठजोड़ का आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि जो पार्टी तेलंगाना में पुराने शहर के बाहर कभी चुनाव नहीं लड़ी, वो बिहार, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, झारखंड जैसे इलाकों में चुनावी मैदान में उतरती है। सुरजेवाला ने कहा, ‘‘जब-जब मोदी जी को हार नजर आती है, तब-तब वो असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम को अपने झोले से वोटों के ध्रुवीकरण के लिए बाहर निकालते हैं, ताकि हिंदू-मुसलमान की सियासत में विकास और तरक्की की नाकामी छिप जाएं और सरकारों से सवाल न पूछे जाएं।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि ‘फूट डालो-बंटवारा करो’ की भाजपा की रणनीति अब ओवैसी जी सीमांचल में भी ले आए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग बिहार और सीमांचल का क्या करेंगे? कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) सीएए और एनआरसी समर्थक है, मोदी जी के साथ खड़ी है लेकिन तेलंगाना में ओवैसी सत्ताधारी टीआरएस के साथ हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में ओवैसी, बसपा के साथ हैं और उत्तर प्रदेश में बसपा ने हाल में ही भाजपा को समर्थन दिया। सुरजेवाला ने सवाल किया, ‘‘क्या ओवैसी की एआईएमआईएम परोक्ष रूप से भाजपा समर्थक नहीं है?
कांग्रेस नेता यह भी पूछा कि एक छोटा राजनैतिक दल मोदी जी के 2014 में सत्ता में आने के बाद अचानक किसके इशारों पर हेलीकॉप्टरों से प्रचार एवं बड़े शामियानों में जलसे करता है और ये साधन कहां से आ रहे हैं? वहीं, सुरजेवाला के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘‘इस तोते की वजह से आप हरियाणा के राज्यसभा चुनाव हार गए? मध्य प्रदेश में आपके 26 विधायक भाजपा की गोद में बैठे हैं।’’ दरअसल सुरजेवाला ने एक ट्वीट में ओवैसी को ‘भाजपाई तोता’ बताया। ओवैसी ने ट्वीट किया कि कर्नाटक में कितने ऐसे विधायक हैं, जो हमारा वोट लेकर चुनाव के बाद भाजपा से जुड़ गए और इसलिए कांग्रेस वोट चोर है। ओवैसी ने कहा कि 2019 लोकसभा चुनाव में 191 ऐसी सीटें थीं, जहाँ भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला था और इन 191 में से भाजपा 175 जीत गयी।