By अंकित सिंह | Sep 24, 2024
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने अरविंद केजरीवाल को लेकर आप द्वारा किए जा रहे दावे पर सवाल खड़े किए है। दिल्ली के मंत्री और आप नेता कैलाश गहलोत द्वारा खुद की तुलना भगवान हनुमान और अरविंद केजरीवाल की भगवान राम से करने पर पलटवार किया गया है। देवेन्द्र यादव ने कहा कि अजीब खेल चल रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे दुख है कि भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद व्यक्ति की तुलना भगवान राम से कैसे की जा सकती है। इससे न केवल हिंदुओं की भावनाएं आहत होती हैं, बल्कि यह लोगों को गुमराह करने का भी प्रयास है।' यह निंदनीय है।
देवेन्द्र यादव ने कहा कि आप को इस पर अफसोस करना चाहिए और इसके बजाय अपने कर्तव्य पर ध्यान देना चाहिए।' दिल्ली के मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि अरविंद केजरीवाल का हनुमान बनकर मेरी प्राथमिकता सभी लंबित कार्यों को पूरा करना है और यह सुनिश्चित करना है कि अरविंद केजरीवाल फिर से दिल्ली के मुख्यमंत्री बनें...इसमें कुछ भी गलत नहीं है। सीएम की कुर्सी खाली छोड़ते हुए आतिशी के निर्णय पर उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह है कि जब भगवान राम 14 साल के लिए वनवास गए और भरत को कमान संभालनी पड़ी, तो यह भी गलत था, जिसका मतलब है कि बीजेपी भगवान राम के खिलाफ है। बड़ों का सम्मान करना भारतीय परंपरा का हिस्सा है...इसमें कुछ भी गलत नहीं है।'
आम आदमी पार्टी (आप) की नेता आतिशी ने सोमवार को दिल्ली की आठवीं मुख्यमंत्री का प्रभार संभाल लिया था। उन्होंने शनिवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। अब दिल्ली विधानसभा का सत्र 26 और 27 सितंबर को आयोजित किया जाएगा। आतिशी ने केजरीवाल सरकार में उनके पास रहे 13 विभागों का प्रभार अपने पास रखा है जिनमें शिक्षा, राजस्व, वित्त, बिजली और पीडब्ल्यूडी शामिल हैं। उन्होंने प्रभार संभालने के बाद कहा, ‘‘मैं दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में चार महीने तक उसी तरह काम करूंगी, जैसे भरत ने भगवान राम की खड़ाऊं को सिंहासन पर रखकर काम किया था। अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफा देकर राजनीति में गरिमा की मिसाल कायम की है। भाजपा ने उनकी छवि बिगाड़ने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।’’