By दिनेश शुक्ल | Oct 26, 2020
ग्वालियर। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया प्रभारी( ग्वालियर-चंबल संभाग) के.के.मिश्रा ने एक वीडियो जारी करते हुए राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके निज सचिव पुरूषोत्तम परासर पर गंभीर आरोप लगाए है। मिश्रा ने बताया कि कांग्रेस में रहते सिंधिया ने 2018 विधानसभा चुनाव में अपने समर्थकों से टिकिट के बदले मोटी धनराशी ली थी। जिसके सबूत के तौर पर उन्होंने पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह और वर्तमान में भांडेर से भाजपा प्रत्याशी श्रीमती रक्षा सिरोनिया के पति संतराम सिरोनिया के बीच हुई बात का वीडियो जारी किया। जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठतम नेता व पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह से रक्षा सिरोनिया के पति संतराम सिरोनिया सहित अन्य लोगों की उपस्थिति में उक्त आरोपो की सिलसिलेवार तथ्यात्मक चर्चाएं शामिल है। मिश्रा ने कहा कि जो किसी राजनैतिक कदाचरण, अनैतिक चरित्र और प्रमाणिक भ्रष्टाचार को साबित करने के पर्याप्त साक्षों के लिये काफी है। उन्होंने डॉ. गोविंद सिंह और संतराम सिरोनिया के बीच वीडियो में संकलित संपादित अंशों को सार्वजनिक किया है ! जिसमें संतराम यह कहते हुये स्पष्ट सुनाई दे रहे है कि सिंधिया के निज सचिव पुरूषोत्तम पाराशर टिकट दिलाने के एवज में 1 करोड रूपये की मांग कर जमा करने को कह रहे है?
प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी (ग्वालियर-चम्बल संभाग) के.के. मिश्रा ने आज ग्वालियर में 6.33 मिनट का एक वीडियो जारी कर भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके निज सचिव पुरूषोत्तम पाराशर पर आधिकारिक प्रमाणिक आरोप लगाते हुये कहा कि उन्होंने कांग्रेस में रहते हुये अपने समर्थकों से टिकट दिलवाने के एवज में बडी धनराशि वसूली। इससे साबित होता है कि वे कांग्रेस में रहकर भी एक व्यवसायिक नेता के रूप में कार्य करते रहे और जो राजनेता अपनी पार्टी के अपने ही समर्थकों से टिकट दिलवाने के एवज में लाखों-करोड़ों रूपयों की वसूली करता हो क्या वह राजनेता कहलाने लायक है? इस प्रामाणिक वीडियो के सार्वजनिक होने के बाद सिंधिया-पाराशर पर आर्थिक भ्रष्टाचार का प्रकरण दर्ज होना चाहिये और आज पूरे प्रदेश में उपचुनाव को लेकर एक साथ बूथ स्तर पर “विजय संकल्प यात्रा” निकाल रही भाजपा को भी यह स्पष्ट करना चाहिये कि राजनैतिक कदाचरण से जुडे एक अपने ही भ्रष्ट सांसद के इस घिनौने चरित्र के रथ पर सवार होकर क्या वह अपनी राजनैतिक यात्रा पूरी कर सकेगी?
मिश्रा ने यह भी कहा कि विगत जून माह में भी अशोक नगर (गुना) से कांग्रेस का चुनाव लड रही वर्तमान प्रत्याशी श्रीमति आशा दोहरे की सासु मां श्रीमति अनिता जैन से भी पाराशर द्वारा टिकट के एवज में 50 लाख रूपये लिये जाने का ओडियो सार्वजनिक हुआ था जिसकी जांच पुलिस के समक्ष विचाराधीन है। लिहाजा, नैतिकता का तकाजा है कि खरीद फरोख्त के माध्यम से चुनी हुई सरकार को गिराने वाली भाजपा ऐसे अनैतिक चरित्रों के खिलाफ क्या कार्यवाही करेगी? के.के मिश्रा ने कहा कि जिस तरह पैसा पाराशर के साले अनूप दांतरे जो भाजपा के मंडल अध्यक्ष हैं, के घर पहुंचा उससे स्पष्ट है कि कांग्रेस में रहते हुये भी भाजपा के लोगो के सिंधिया और उनके निज सचिव का संबंध रहा है! इसलिये कांग्रेस में रहकर भी उनकी गद्दारी कांग्रेस समझ नहीं पाई जो हमारा दुर्भाग्य था। ऐसे वीभत्स चेहरों को उजागर करना हमारा लक्ष्य है जो आगे भी जारी रहेगा।