By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 23, 2019
बिश्केक। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने बुधवार को कहा कि उनके देश ने भारत के सिख श्रद्धालुओं के लिए ‘करतारपुर गलियारा’ खोल कर शांति का संदेश दिया है। साथ ही, उन्होंने दक्षिण एशिया में शांति एवं स्थिरता के लिए ‘‘संघर्ष समाधान’’ के महत्व का जिक्र किया। किर्गिज गणराज्य की राजधानी में यहां विदेश मंत्रियों की शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद के सभी रूपों की निंदा की है। उन्होंने इस समस्या की मूल वजह के समाधान की जरूरत पर भी जोर दिया।
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बैठक में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी शरीक हुई। कुरैशी ने कहा कि अच्छी भावना वाली कूटनीति के बगैर दक्षिण एशिया में शांति एवं समृद्धिहासिल करना मुश्किल होगा। भारत ने पाकिस्तान से कहा है कि वार्ता और आतंकवाद साथ - साथ नहीं चल सकते। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने सिख समुदाय के लिए करतारपुर गलियारा खोल कर शांति का संदेश दिया है। गौरतलब है कि पुलवामा में 14 फरवरी को पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद के हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ गया।
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जियो न्यूज ने विदेश मंत्री कुरैशी के हवाले से कहा कि उन्होंने आतंकवाद के सभी रूपों की आलोचना करते हुए इस समस्या की मूल वजह का हल करने की जरूरत पर जोर दिया। कुरैशी ने यह भी कहा कि टिकाऊ क्षेत्रीय स्थिरता के लिए पाकिस्तान की कोशिशों के केंद्र में अफगानिस्तान बना रहेगा।
पाकिस्तान की आधिकारिक समाचार एजेंसी एपीपी की खबर के मुताबिक कुरैशी ने एससीओ बैठक में सात सूत्री एक एजेंडा भी पेश किया। इसमें हथियारों की होड़ पर नियंत्रण, संयुक्त कोष की स्थापना और भ्रष्टाचार का मुकाबला करने के लिए अंतरराष्ट्रीय ढांचा बनाने सहित मुख्य जोर सदस्य राष्ट्रों के बीच विश्वास बहाल करने पर पर दिया गया है।