अमरावती। दक्षिण कोरिया की किया मोटर्स कारपोरेशन ने आंध्र प्रदेश के अनंतपुरामु जिले में एक कार विनिर्माण संयंत्र लगाने के लिए राज्य सरकार के साथ सहमति ज्ञापन पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौते से राज्य के एक बड़े औद्योगिक विनिर्माण केंद्र के रूप में उभरने के प्रयासों को बल मिलेगा। यह संयंत्र अनंतपुरामु के पेणुकोंडा में 600 एकड़ में फैला होगा। किया का यह भारत में पहला और विश्व में सातवां कारखाना होगा।
किया मोटर्स के अध्यक्ष हान-वू पार्क और आंध्र प्रदेश के औद्योगिक सचिव सोलोमन अरोकिया ने मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और उद्योग मंत्री एन. अमरनाथ रेड्डी की मौजूदगी में इस सहमति ज्ञापन पत्र पर हस्ताक्षर किए। कंपनी इस संयंत्र पर दो अरब डॉलर का निवेश करेगी। इसकी उत्पादन क्षमता तीन लाख वाहन वार्षिक होगी। इस कारखाने का निर्माण सितंबर 2016 में शुरू होगा और इसमें कारों का उत्पादन 2019 की दूसरी छमाही में शुरू होने की उम्मीद है। किया मोटर्स हुंदै समूह का ही हिस्सा है जिसकी विश्वभर के 80 बाजारों में मौजूदगी है। इस मौके पर पार्क ने कहा, ‘‘भारतीय वाहन बाजार में किया एक मजबूत प्रतिस्पर्धी होगी। यह भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार को अच्छी दिशा देगी।’’ मुख्यमंत्री नायडू ने कहा, ‘‘आंध्र प्रदेश को एक ऑटोमोबाइल विनिर्माण केंद्र बनाने की दिशा में मेरे प्रयासों में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।’’
किया का संयंत्र पूरी तरह से परिचालन में आने के बाद सीधे तौर पर करीब 10,000 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराएगा। कंपनी की योजना यहां भारतीय बाजार के लिए एक काम्पैक्ट एसयूवी और कॉम्पैक्ट सेडान के विनिर्माण की है। राज्य सरकार संयंत्र की जरूरत के अनुसार कौशल विकास निगम के माध्यम से प्रशिक्षण की सुविधा उपलब्ध कराएगी। पिछले तीन साल में यह राज्य में तीसरी बड़ी ऑटोमोबाइल परियोजना है। इससे पहले हीरो मोटोकॉर्प और इसुजू ने राज्य के चित्तूर जिले में अपने कारखाने स्थापित किए हैं।