नयी दिल्ली। दूरसंचार नियामक ट्राई ने पर लगे पक्षपात के आरोप का खंडन करते हुए इसे आधारहीन बताया है। दूरसंचार कंपनियों के संगठन सीओएआई ने आरोप लगाया था कि उसके आदेश किसी एक कंपनी का पक्ष लेने वाले प्रतीत होते हैं।नियामक से सेल्यूलर आपरेटर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (सीओएआई) को बिना आधार के आरोप लगाने के प्रति आगाह किया है।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकार (ट्राई) के सचिव एस के गुप्ता ने बातचीत में जोर दिया कि नियामक पारदर्शी तरीके से काम करता है और सीओएआई को तो आरोप लगाने की आदत सी हो गई है।गुप्ता ने कहा, ‘सीओएआई ने जो भी आरोप लगाए हैं उनमें कोई सार नहीं है। वे आधार हीन हैं।’ उन्होंने कहा कि ट्राई के आदेश व नियम विस्तृत परामर्श पत्र व भागीदारों के साथ खुली चर्चा के बाद ही आते हैं। उन्होंने कहा कि सीओएआई पहले भी इस तरह के आरोप लगाता रहा है।
इस बीच सीओएआई ने कहा कि उसके सदस्य कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं और वे अपनी चिंताओं के बारे में दूरसंचार विभाग तथा प्रधानमंत्री कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। संगठन की चिंता बाजार बिगाड़ू कीमतों को लेकर नियामक के फैसले के बारे में है। इसका आरोप है कि ट्राई के आदेशों से केवल एक ही कंपनी को फायदा होता नजर आ रहा है।संगठन के महानिदेशक राजन मैथ्यूज ने कहा कि उसकी सदस्य कंपनियां भावी कदमों के बारे में एक दो हफ्तों में फैसला करेगा।