Congress-NC गठबंधन पर बरसे BJP शासित राज्यों के CM, Yogi बोले- नफरत की फसल काटने वालों की सियासी जमीन सदा के लिए हो गई बंजर

By नीरज कुमार दुबे | Aug 24, 2024

भारतीय जनता पार्टी ने जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच चुनाव पूर्व गठबंधन को ‘अपवित्र’ बताते हुए कांग्रेस से पूछा है कि क्या वह अपने सहयोगी के ‘भारत को तोड़ने’ के एजेंडे का समर्थन करती है। हम आपको बता दें कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर की सभी 90 विधानसभा सीटों के लिए कांग्रेस के साथ अपनी पार्टी के गठबंधन की घोषणा की है। जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाने के बाद वहां सितंबर में पहली बार विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं।


भाजपा ने कहा है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने सार्वजनिक तौर पर घोषणा की है कि सत्ता में आने पर वह अनुच्छेद 370 और 35 ए को बहाल करेगी। इसलिए कांग्रेस को जवाब देना चाहिए कि क्या वह अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली पार्टी के भारत को तोड़ने के एजेंडे का समर्थन करती है। भाजपा ने कहा है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस एक अलग झंडे की बात करती है। क्या कांग्रेस पार्टी जम्मू-कश्मीर के लिए अलग झंडे के नेशनल कॉन्फ्रेंस के वादे का समर्थन करती है?

इसे भी पढ़ें: Yogi Adityanath बने देश के CM नंबर-1, Kejriwal, Mamata, Stalin, Chandrababu रह गये बहुत पीछे

हम आपको बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की ओर से कांग्रेस पार्टी से किये गये सवालों के बाद आज भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने कांग्रेस पर सवाल दागे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस व नेशनल कॉन्फ्रेंस के गठबंधन पर खूब बरसे। उन्होंने शनिवार को अपने सरकारी आवास पर मीडिया से बातचीत करते हुए दोनों पार्टियों के गठबंधन पर सवाल उठाए। सीएम योगी ने कहा कि नफरत की फसल काटने वाली कांग्रेस व नेकां की सियासी जमीन सदा के लिए बंजर हो गई है। आतंकवाद और अलगाववाद का मुद्दा वहां चिनाब की जलधारा में सदा के लिए विलीन हो चुका है। सीएम योगी ने कांग्रेस नेता व सांसद राहुल गांधी को कठघरे में खड़ा करते हुए कई सवाल भी पूछे। 


सीएम योगी ने कहा कि भारत के मुकुट जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 और 35ए का कलंक मिटाने के साथ ही भारतीय जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रकट की थी। अब जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तिथियां घोषित हो चुकी हैं। यह चुनाव न केवल वहां के लोगों, बल्कि लोकतंत्र में आस्था रखने वाले हर भारतीय के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। दुनिया भर की निगाह इस ओर लगी हुई है। ऐसे महत्वपूर्ण चुनाव में इंडी गठबंधन का नेतृत्व करने वाली कांग्रेस ने अब्दुल्ला एंड संस फैमिली प्राइवेट लिमिटेड की नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन करके फिर से राष्ट्रविरोधी मंसूबों को देश के सामने रख दिया है। 


सीएम योगी ने कहा कि हाल ही में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अपना घोषणापत्र जारी किया है। इसमें अनेक ऐसे बिंदु हैं, जो भारत की एकता-अखंडता व राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति आशंकित करती है। कांग्रेस व नेकां का गठबंधन राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर अनेक बड़े सवाल खड़ा करता है और भारतीय संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा व निष्ठा रखने वाले हर व्यक्ति को चिंतित भी करता है। 


कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी सीएम योगी के निशाने पर रहे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता से पूछना चाहता हूं कि क्या उनकी पार्टी 'नेशनल कांफ्रेंस' के जम्मू-कश्मीर में फिर से 'अलग झंडे' के वादे का समर्थन करती है? क्या राहुल गांधी व कांग्रेस अनुच्छेद 370 और आर्टिकल- 35ए को वापस लाकर जम्मू-कश्मीर को फिर से अशांति और आतंकवाद के युग में धकेलने के नेशनल कॉन्फ्रेंस की घोषणा का समर्थन करती है? क्या कांग्रेस कश्मीर के युवाओं के बदले पाकिस्तान के साथ वार्ता करके अलगाववादी ताकतों का फिर से समर्थन करती है? क्या कांग्रेस और राहुल गांधी पाकिस्तान के साथ एलओसी ट्रेड शुरू करने के नेशनल कॉन्फ्रेंस के निर्णय और फिर से बॉर्डर पार से आतंकवाद व उसके इकोसिस्टम को पोषण करने का समर्थन करती है? 


सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूछा कि क्या कांग्रेस आतंकवाद और पत्थरबाजी की घटनाओं में शामिल उपद्रवियों के परिजनों को सरकारी नौकरी में बहाल करके आतंकवाद, दहशतगर्दी और बंद के दौर को फिर से लाने का समर्थन करती है? सीएम योगी ने आरोप लगाया कि इस गठबंधन से कांग्रेस का आरक्षण विरोधी चेहरा देश के सामने आया है। क्या कांग्रेस दलितों, गुर्जरों, बकरवाल और पहाड़ियों के आरक्षण को समाप्त कर फिर से उनके साथ अन्याय करने के नेकां के वादे का समर्थन करती है? क्या कांग्रेस चाहती है कि 'शंकराचार्य पर्वत' 'तख़्त-ए- सुलिमान' और 'हरि पर्वत' 'कोह-ए-मारन' के नाम से जाने जाएं। सीएम ने कहा कि क्या कांग्रेस जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को फिर से भ्रष्टाचार की आग में झोंककर पाकिस्तान समर्थित गिने-चुने परिवारों के हाथों में सौंपने का समर्थन करती है? क्या कांग्रेस नेशनल कॉन्फ्रेंस के जम्मू और घाटी के बीच भेदभाव की राजनीति का समर्थन करती है? क्या कांग्रेस और राहुल गांधी कश्मीर को ऑटोनॉमी देने की नेकां की विभाजनकारी सोच और नीतियों का समर्थन करते हैं? 


सीएम योगी ने कहा कि आजादी के बाद जम्मू-कश्मीर के लोगों के कथित स्वयंभू भाग्यविधाता बन बैठे नेताओं ने नौजवानों को गुमराह कर अलगाववादी साजिश का मोहरा बनाया था। इन लोगों ने उनके हाथों में पत्थर और एके-47 पकड़ाई थी। पीएम मोदी के नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर के नौजवानों के हाथों में टैबलेट और स्किल डेवलपमेंट से जोड़कर उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। नौजवानों को गुमराह करने वालों के लिए अब जम्मू-कश्मीर में जगह नहीं है। श्रद्धेय भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी ने जम्मू-कश्मीर के लिए इंसानियत, जम्हूरियत और कश्मीरियत का जो सपना देखा था, उन मूल्यों और सिद्धांतों से निकले सपने को पीएम मोदी ने साकार कर दिखाया है।


सीएम योगी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को जागीर समझने वाले पाकिस्तान परस्त ठेकेदार व कथित लीडरशिप ने कभी सोचा नहीं कि नफरत की फसल काटने वाली उनकी सियासी जमीन सदा के लिए बंजर हो चुकी है। कोई ऐसी सरकार भी आएगी जो अनुच्छेद 370 को समाप्त करेगी। यह इन लोगों को हजम नहीं हो रहा। अनुच्छेद-370 की समाप्ति के बाद जम्मू-कश्मीर की आबोहवा और मुद्दे बदल चुके हैं। आतंकवाद और अलगाव का मुद्दा चिनाब की जलधारा में सदा के लिए विलीन हो चुका है। अब यहां विकास, रोजगार और पहचान की बात हो रही है तो यह वोट के सौदागरों को कैसे अच्छा लग सकता है। कांग्रेस की यह दुरुभि संधि हमें सवाल करने को मजबूर करती है। सीएम ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी देश के सामने इन प्रश्नों का जवाब दें।


वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, "जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच गठबंधन हुआ है। यह कश्मीर की जनता के साथ एक प्रकार का धोखा है। उन्होंने कहा कि कश्मीर के जनता के सामने वे बेनकाब हो गए हैं कि वे किस प्रकार से आतंकवाद, अलगाववाद, अराजकता, जिहादियों को समर्थन कर रहे हैं और आरक्षण का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इनके गठबंधन से यह साबित हो गया है कि कहीं न कहीं कांग्रेस और उनकी सहयोगी पार्टियों के लिए सत्ता पहले है।"


वहीं जम्मू-कश्मीर भाजपा ने भी कहा है कि नेशनल कांफ्रेंस की सहयोगी कांग्रेस का आरक्षण विरोधी चेहरा सामने आ गया है। पार्टी ने कहा है कि अब्दुल्ला फैमिली से गठबंधन करने वाली कांग्रेस को सवालों का जवाब देना ही चाहिए। भाजपा ने पूछा है कि नेकां नियंत्रण रेखा के पार व्यापार के बारे में बात करती है, जबकि पाकिस्तान आतंकवाद और आतंकवादियों से जुड़े पारिस्थितिकी तंत्र को पोषित करना जारी रखे हुए है। क्या कांग्रेस पार्टी जम्मू-कश्मीर में अशांति पैदा करने के पाकिस्तानी एजेंडे का समर्थन करती है।

प्रमुख खबरें

Jharkhand में पांच दिसंबर को मंत्रिमंडल का शपथ, किन नेताओं पर दांव लगाएंगे हेमंत सोरेन?

साइबर क्राइम के मामलों में बढ़ोत्तरी को लेकर TRAI का अलर्ट, नंबर ब्लॉक करने की मिलती है धमकी तो हो जाएं सावधान!

PFI के तीन सदस्यों को मिली बेल, मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली HC ने सुनाया फैसला

Googe का AI वीडियो टूल Veo हुआ लॉन्च, ये खास लोग ही कर सकते हैं इस्तेमाल