By अंकित सिंह | Jun 25, 2024
आपातकाल के 50 साल पूरे होने के मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस में चेहरे भले ही बदल गए हैं, लेकिन उनका चरित्र और हाव-भाव वही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ''उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी, मोरारजी देसाई, जयप्रकाश नारायण, लालकृष्ण आडवाणी समेत उस समय के सभी विपक्षी दलों के नेताओं को जेल में बंद कर लोकतंत्र का पूरी तरह से गला घोंटने की कोशिश की। 50 साल बाद कांग्रेस में चेहरे तो बदल गए हैं, लेकिन उसका चरित्र, उसके हाव-भाव अभी भी वही हैं, जो 1975 में दिखे थे।''
योगी ने कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने भारत के संविधान का गला घोंट दिया। उन्होंने आगे कहा, ''भारत के संसदीय लोकतंत्र का एक काला अध्याय ठीक 50 वर्ष पहले आज ही के दिन देर रात को घटित हुआ था, जब तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने भारत के संविधान का गला घोंटकर लोकतंत्र को पूरी तरह से समाप्त करने की साजिश रची थी। इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने 25 जून 1975 की रात के अंधेरे में भारत के लोकतंत्र को नष्ट करने की कोशिश की। यूपी के मुख्यमंत्री ने संसद की कार्यवाही रोकने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया।”
यूपी के मुख्यमंत्री ने संसद की कार्यवाही रोकने के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से उन्होंने प्रस्तावना में संशोधन किया और उसे नष्ट करने की कोशिश की। उन्होंने लोगों के मौलिक अधिकार छीन लिये। उन्होंने न्यायपालिका के अधिकारों को ख़त्म कर दिया। वे लोकतंत्र के बारे में बात करते हैं, लेकिन वे विदेश यात्रा करते हैं और लोकतंत्र की आलोचना करते हैं, चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाते हैं और अपनी हार के लिए ईवीएम को जिम्मेदार ठहराते हैं। कांग्रेस ने जबरदस्ती धारा 370 लागू की। जो लोग संसद की कार्यवाही रोकने की कोशिश कर रहे हैं, क्या उन्होंने कभी संविधान का पालन किया है।