By दिनेश शुक्ल | Oct 31, 2020
दतिया। कमलनाथ-कांग्रेस ने प्रदेश की गरीब जनता और भोलेभाले किसानों के साथ धोखा किया है, छल-कपट किया है। इसका बदला लेना है और इनको सबक सिखाना है। कमलनाथ ने हमारी बहन इमरती देवी का अपमान किया है, उनको अपशब्द कहे हैं, क्योंकि ये अत्याचारी हैं, अहंकारी हैं। अहंकार तो रावण का भी नहीं चला तो कमलनाथ तुम्हारा ये अहंकार भी चूर-चूर हो जाएगा। ये बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को देर शाम डबरा में भाजपा प्रत्याशी श्रीमती इमरती देवी के समर्थन में आयोजित सभा में कही। सभा को वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने भी संबोधित किया। सभा से पहले पार्टी नेताओं ने भव्य रोड शो में भी भाग लिया।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि कांग्रेस की कथनी और करनी में जमीन-आसमान का अंतर है। इन्होंने 2018 के विधानसभा चुनाव में जो वचन प्रदेश की जनता को दिए थे वे एक भी वचन पूरे नहीं किए। कमलनाथ तो हमेशा पैसों के लिए रोते रहे। जब इनकी सरकार थी और इनके मंत्री-विधायक कमलनाथ के पास विकास कार्यों के लिए जाते थे तो वे कहते थे कि पैसा नहीं है, खजाना खाली है। मैं कहता हूं कि क्या हम औरंगजेब थे, जो हमने खजाना खाली कर दिया है। क्या मुख्यमंत्री को पैसों के लिए रोना चाहिए? मुख्यमंत्री तो वह होता है जो विपरीत परिस्थितियों में भी जनता की भलाई के लिए काम करे, लेकिन कमलनाथ ने तो जनता के साथ छलावा किया है, छल-कपट किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कमलनाथ और कांग्रेस के नेता हमको गाली दे रहे हैं। वे हमें नालायक, नंगा-भूखा और भी न जाने क्या-क्या कह रहे हैं। इनके पास कोई चुनावी मुद्दा नहीं है, इन्होंने ऐसे कोई काम ही नहीं किए, जो वे जनता को बता सकें। उन्होंने तो सिर्फ प्रदेश को लूटने का काम किया है, बर्बाद करने का काम किया है। यदि वे कुछ काम करते तो जनता को बताने की स्थिति में रहते, लेकिन कुछ किया ही नहीं है तो क्या बताएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कमलनाथ ने प्रदेश की जनता के लिए कुछ भला तो नहीं किया, बल्कि भाजपा सरकार में शुरू की गई योजनाओं को ही बंद कर दिया। इन्होंने तो प्रदेश की गरीब जनता, किसानों माताओं-बहनों, बेटियों बुजुर्गों, भांजे-भांजियों को सताने के अलावा कुछ नहीं किया।