By विजयेन्दर शर्मा | Oct 12, 2021
करसोग। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने मंगलवार को करसोग विधानसभा क्षेत्र के केलोधार, चुराग और तत्तापीन में बीजेपी प्रत्याशी खुशाल ठाकुर के लिए तीन अलग जनसभाएं कीं। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाने साधे। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर करसोग दौरे में विपक्ष पर जमकर हमलावर तो रहे ही साथ ही उन्होंने सरकार की योजनाओं और कोविड के दौर के कार्य भी गिनवा दिए।
जयराम ठाकुर ने कहा कि मुझे बहुत विचित्र लगा जब प्रतिभा सिंह ने कारगिल को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा मैं किसी के बारे में व्यक्तिगत तौर पर कभी कुछ नहीं बोलता, लेकिन कल जो उन्होंने कहा, उससे दुख पहुंचा। कारगिल में हमारे हिमाचल के 52 जवान शहीद हुए और इस युद्ध को छोटी सी लड़ाई कहा जा रहा है।
साथ ही साथ मुख्यमंत्री प्रतिभा सिंह के चुनाव लड़ने पर चुटकी ली। मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रतिभा सिंह पहले ही मंडी में कह चुकी हैं कि वो ये चुनाव नहीं लड़ना चाहती थीं। अगर ऐसा है तो उन्हें मजबूरी में इलेक्शन नहीं लड़ना चाहिए।
सीएम ने कहा, “आज मोदी जी के हाथों को मजबूत करने की जरूरत है। मैं खुले तौर पर कह रहा हूं कि मंडी हमारी थी और हमारी रहेगी। मंडी के लोगों को नेतृत्व करने का सौभाग्य मिला है। मंडी लोकसभा क्षेत्र लंबे अरसे से मुख्यमंत्री के लिए प्रयत्न कर रहा था। बारी-बारी से सभी लोकसभा क्षेत्रों से मुख्यमंत्रियों को मौका मिला। कांगड़ा, हमीरपुर, शिमला से भी मुख्यमंत्री बन चुके थे। आखिर में मंडी को मौका मिला।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “कांग्रेस के लोग कह रहे हैं कि परिवर्तन करो। दिल्ली और हिमाचल में बीजेपी सरकार बहुमत से चल रही है। आज परिवर्तन नहीं ईमानदार सरकार को और मजबूत करने की आवश्यकता है। बीजेपी के पूर्व सांसद का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि रामस्वरूप शर्मा का करसोग बहुत आना-जाना होता था। मैं जब भी उन्हें फोन कर पूछता था कि आप कहां हैं तो वो कहते थे कि मैं करसोग में हूं। आज हमें उनकी कमी महसूस हो रही है। सरलता और सहजता उनके स्वभाव में थी। मुख्यमंत्री ने कहा, “वीरभद्र सिंह, महेश्वर सिंह, ठाकुर गंगा सिंह, प्रतिभा सिंह भी यहां से सांसद रहीं, लेकिन सबसे ज्यादा वोटों से जीतने का रिकॉर्ड रामस्वरूप शर्मा के पास है।
जयराम ठाकुर ने कहा, “2019 लोकसभा के चुनाव में करसोग से 27 हजार की बढ़त मिली थी। इस बार ये बढ़त 30 हजार की होनी चाहिए। हमारे प्रत्याशी वो खुशाल ठाकुर हैं, जिन्होंने कारगिल से दुश्मनों को खदेड़ा था। हमारे लिए गर्व की बात है कि कारगिल की लड़ाई उन्होंने लड़ी और उसमें जीत हासिल की।"
कोविड का जिक्र करते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि मुझसे पहले पांच मुख्यमंत्री प्रदेश में हुए, लेकिन उन्हें सामान्य परिस्थितियों में काम करने का मौका मिला। हमारी बारी आने पर परिस्थितियां असामान्य थीं। इसमें कोरोना का संकट सबसे बड़ा था। कोविड के संकट के बावजूद हमने विकास को गति देने की कोशिश की। कोरोना के कारण जिस तरह से काम करना चाहते थे वैसे काम करने का समय नहीं मिला।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा, “कांग्रेस पार्टी में इस समय विचित्र स्थिति है। विधानसभा के अंदर कांग्रेस के नेता एक-दूसरे की नहीं सुनते। सभी नेता बनने की होड़ में लगे हैं।” उन्होंने कहा अभी पिछले दिनों मंडी में विपक्ष के नेता बहुत कुछ बोल गए। उन्हें हिमाचल की संस्कृति से कुछ लेना-देना नहीं हैं। उनके संस्कार अलग हैं, लेकिन उन्होंने जो कुछ कहा वो मेरा अपमान नहीं, मंडी का अपमान है।”
जयराम ठाकुर ने कहा, “मैं राजा नहीं गरीब परिवार से हूं। इसका मतलब यह नहीं कि आप हमें कुछ भी कहते रहें। बीजेपी प्रत्याशी के नॉमिनेशन के बाद हमने जनसभा में राजनीतिक रूप से कुछ नहीं कहा था। हमने केवल अपनी योजनाएं गिनवाईं थीं। यदि हमने कहा कि मंडी हमारी थी, है और रहेगी तो इसमें गलत क्या है।
मुख्यमंत्री ने कहा बीजेपी ने उपचुनाव के लिए अपने स्टार प्रचारकों में हिमाचल के ही नेताओं को शामिल किया। हमारे स्टार प्रचारक में शांता कुमार, प्रेम कुमार धूमल, अनुराग ठाकुर शामिल हैं। कांग्रेस ने अपनी पार्टी के लिए कन्हैया कुमार और नवजोत सिंह सिद्धू को स्टार प्रचारक बनाया। कन्हैया कुमार पर देशद्रोह का मामला दर्ज हुआ। उस व्यक्ति पर आरोप लगे कि उन्होंने भारत तेरे टुकड़े होंगे जैसे नारे लगाए। ऐसे व्यक्ति को कांग्रेस ने हिमाचल में स्टार प्रचारक बना दिया। हिमाचल में इनके पास नेता ही नहीं रहे।