By विजयेन्दर शर्मा | Sep 01, 2021
शिमला । मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां संयक्त राष्ट्र ड्रग एंड क्राइम कार्यालय (यूएनओडीसी) की वैश्विक परियोजना जीएलओ स्मार्ट के तहत दो शोध प्रकाशनों, ग्लोबल सिंथेटिक ड्रग्स रिपोर्ट 2020 तथा क्षेत्रीय अवलोकनः एशिया और ओशिनिया 2020 का हिंदी अनुवाद जारी किया। ग्लोबल स्मार्ट कार्यक्रम (यानि सिंथेटिक्स माॅनिटरिंग, एनालिसिस, रिपोर्टिंग एंड ट्रेंड्स) का उद्देश्य सदस्य राज्यों की क्षमता में सुधार, प्रबंधन, विश्लेषण, रिपोर्ट और अवैध सिंथेटिक दवाओं की जानकारी साझा करना है। कार्यक्रम का दक्षिण एशिया घटक पिछले वर्ष शुरू किया गया था।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य की कानून प्रवर्तन एजेंसियों को नशीली दवाओं के बढ़ते खतरे से लड़ने में सहायता करने के लिए यूएनओडीसी द्वारा किए गए सहयोग की सराहना की। उन्होंने कहा कि राज्य ने उनकी अध्यक्षता में नशा निवारण बोर्ड का गठन किया है और नई ड्रग पाॅलिसी भी तैयार की है, जिसे जल्द ही जारी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नशीले पदार्थों की तस्करी के उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए यूएनओडीसी के सहयोग और भागीदारी की आशा करती है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि यूएनओडीसी द्वारा साझा की गई जानकारी और कानून प्रवर्तन एजेंसियों एवं फोरेंसिक प्रयोगशालाओं को प्रशिक्षित करने के लिए किए गए प्रयास सराहनीय हैं। उन्होंने कहा कि नशा मुक्त समाज का निर्माण करना प्रत्येक नागरिक, विशेषकर युवा पीढ़ी का कर्तव्य है।
इस अवसर पर यूएनओडीसी स्मार्ट कार्यक्रम के वैश्विक प्रमुख, मार्टिन राल्थेलहुबर, वियना से आॅनलाइन माध्यम से शामिल हुए और स्मार्ट कार्यक्रम के विभिन्न घटकों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह दोनों प्रकाशन स्मार्ट द्वारा किए गए पहले हिन्दी अनुवाद हैं, जिन्हें हिमाचल प्रदेश नशा निवारण बोर्ड के आग्रह पर तैयार किया गया है ताकि राज्य में इनकी व्यापक स्तर पर पहुंच सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने यूएनओडीसी की ओर से नशीली दवाओं के खिलाफ लड़ाई में निरंतर सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया।
दक्षिण एशिया के लिए यूएनओडीसी के क्षेत्रीय कार्यालय के कानून प्रवर्तन विशेषज्ञ जयंत मिश्रा ने पिछले एक वर्ष के दौरान कार्यालय द्वारा आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रमों का संक्षिप्त विवरण दिया।
हिमाचल प्रदेश नशा निवारण बोर्ड के संयोजक ओम प्रकाश शर्मा ने कानून प्रवर्तन एजेंसियों के अधिकारियों को प्रशिक्षण देने के लिए यूएनओडीसी का आभार व्यक्त किया। अतिरिक्त मुख्य सचिव, राज्य कर एवं आबकारी जे.सी. शर्मा और राज्य कर एवं आबकारी आयुक्त एवं सदस्य सचिव, हिमाचल प्रदेश नशा निवारण बोर्ड यूनुस इस अवसर पर उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने दमयन्ती वर्मा को आर्थिक सहायता प्रदान की
प्रदेश के जरूरतमंद व्यक्तियों के मसीहा मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने मानवीय संवेदना का उच्चतम उदाहरण पेश करते हुए आज ओक ओवर में उनसे मिलने पहुंची जिला शिमला की सुन्नी तहसील के अन्तर्गत फरनेवर गांव की दमयन्ती वर्मा की कमजोर आर्थिक स्थिति को देखते हुए उनके परिवार के भरण पोषण के लिए एक लाख रुपये स्वीकृत किए।
मुख्यमंत्री को अपनी आर्थिक स्थिति से अवगत करवाते हुए दमयन्ती वर्मा ने बताया कि परिवार के एकमात्र सहारा उनके पति का वर्ष 2020 में देहान्त हो गया था, जिसके कारण उनके दो बच्चों और वृद्ध सास-ससुर की सारी जिम्मेदारी उन पर आ गई है, लेकिन कमाई का कोई साधन न होने के कारण आजीविका चलाना बहुत कठिन हो रहा है।
मुख्यमंत्री महिला की पारिवारिक स्थिति को जानकर अत्यन्त भावुक हुए और उन्होंने मौके पर ही परिवार की गुजर-बसर के लिए एक लाख रुपये स्वीकृत किए। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि 12वीं कक्षा में 95 प्रतिशत से अधिक नम्बर हासिल करने वाली महिला की बेटी को नीट की तैयारी के लिए मेधा प्रोत्साहन योजना का लाभ प्रदान किया जाए। दमयन्ती वर्मा ने मुख्यमंत्री द्वारा की गई इस उदार सहायता के लिए उनका आभार व्यक्त किया।