By अंकित सिंह | Jul 08, 2022
2 सालों के बाद अमरनाथ यात्रा को इस बार शुरू की गई है। हालांकि, खराब मौसम की वजह से अमरनाथ यात्रा काफी प्रभावित हो रही है। एक बार फिर से अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की खबर है। इसमें कई लोगों के हताहत होने की भी खबर मिल रही है। हालांकि, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। फिलहाल एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम राहत और बचाव कार्य में जुट गई है। एनडीआरएफ के डीजी अतुल करवाल ने बताया कि पवित्र गुफा के पास एनडीआरएफ की एक टीम हमेशा तैनात रहती है, वह तुरंत बचाव कार्य में जुट गई। एक और टीम को तैनात कर दिया गया है और दूसरी जा रही है। अब तक 10 हताहतों की सूचना है, 3 को जिंदा बचाया गया है। घायलों को हेलीकॉप्टर से बचाने की कोशिश की जा रही है। आज ऊपरी इलाके में भारी बारिश हुई थी जिसकी वजह से गुफा के ऊपर पानी आ गया था।
अतुल करवाल ने बताया कि वहां पर और भी कई संस्थाओं की टीमें जैसे ITBP, आर्मी, लोकल पुलिस मौजूद है। वहां ढलान काफी ज्यादा है इसलिए पानी काफी तेजी से आता है। बहाव के चलते टेंटों को नुकसान पहुंचा है। आशा है कि बहाव और कम हो जाएगा लेकिन हम हर स्थिति के लिए तैयार हैं। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने पर दुख व्यक्त किया। मोदी ने ट्वीट कर कहा कि जम्मू-कश्मीर एलजी मनोज सिन्हा से बात की और स्थिति का जायजा लिया। बचाव और राहत अभियान जारी है। प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।"
ताजा जानकारी के मुताबिक गुफा के पास फिलहाल बारिश रुकी हुई है। बादल फटने की वजह से श्रद्धालुओं के बीच हाहाकार मच गया। कई लोगों के इसके चपेट में आने की खबर है। खबर तो यह भी है कि पानी के बहाव में कुछ लोग बह भी गए हैं। आईजीपी कश्मीर विजय कुमार ने बताया कि पवित्र गुफा में कुछ लंगर और तंबू बादल फटने / अचानक बाढ़ की चपेट में आ गए हैं, दो लोगों की मौत की सूचना है। पुलिस, एनडीआरएफ और एसएफ द्वारा बचाव अभियान जारी है। घायल को इलाज के लिए एयरलिफ्ट किया जा रहा है। स्थिति नियंत्रण में है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि मैंने जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा से अमरनाथ गुफा में बादल फटने से अचानक आई बाढ़ के संबंध में बात की है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, बीएसएफ और स्थानीय प्रशासन बचाव कार्य कर रहे हैं। लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है। पहलगाम में संयुक्त पुलिस नियंत्रण कक्ष ने बताया कि अमरनाथ गुफा की निचली पहुंच में शाम करीब 5.30 बजे बादल फटने की सूचना मिली थी। NDRF, SDRF और अन्य संबद्ध एजेंसियों द्वारा बचाव अभियान जारी है। अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है।