By अभिनय आकाश | Dec 09, 2019
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सोमवार को लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक पेश किया है। कांग्रेस, टीएमसी समेत कई अहम विपक्षी पार्टियों ने इसका विरोध किया है। वहीं सदन में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बिल पर विरोध जताया। जिसके बाद गृह मंत्री ने कहा कि ये बिल कहीं से भी अल्पसंख्यकों के खिलाफ नहीं है। शाह ने कहा कि बिल को लेकर हर सवाल का वो जवाब देने को तैयार हैं।
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि ये बिल अल्पसंख्यक के खिलाफ है। बिल संविधान के खिलाफ है। संविधान का मतलब क्या है। ये आर्टिकल 14 को ठुकरा रहे हैं। जिस पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा कि आप बिल को तोड़मरोड़कर नहीं बता सकते।
बता दें कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पिछले बुधवार को इस विधेयक को मंजूरी दी थी। पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बंग्लादेश में उत्पीड़न के कारण वहां से भागकर आए हिंदू, ईसाई, सिख, पारसी, जैन और बौद्ध धर्मावलंबियों को नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 के तहत भारत की नागरिकता प्रदान की जाएगी। भारतीय जनता पार्टी ने अपने सभी सांसदों के लिए व्हिप जारी किया। राजनीतिक रूप से संवेदनशील इस विधेयक को लेकर विपक्ष की ओर से विरोध के स्वर उठ रहे हैं। एआईयूडीएफ पार्टी जंतर मंतर पर नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रही है।