By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 28, 2019
नयी दिल्ली। घरेलू दवा कंपनी सिप्ला ने स्वास्थ्य एवं चिकित्सा क्षेत्र के लिये आवंटन बढ़ाने, कारोबार सुगमता को बेहतर बनाने तथा घरेलू दवा उद्योग की मदद के लिये नीतियां तैयार करने का सरकार से अनुरोध किया है। कंपनी के चेयरमैन वाई.के.हमीद ने 2018-19 की वार्षिक रिपोर्ट में शेयरधारकों को संबोधित करते हुए कहा कि आबादी तथा बीमारियों के बोझ को देखते हुए देश में मूलभूत स्वास्थ्य एवं चिकित्सा क्षेत्र को हमेशा विशेष ध्यान की जरूरत होगी। उन्होंने कहा कि भारत को स्वास्थ्य एवं चिकित्सा क्षेत्र को लेकर नियम बनाने होंगे जो घरेलू दवा उद्योग तथा देश की स्वास्थ्य एवं चिकित्सा जरूरतों के अनुकूल हो। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा क्षेत्र में सरकारी खर्च को बढ़ाना वक्त की जरूरत है।
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सिप्ला की कार्यकारी वाइस चेयरपर्सन समीना वजीरअली ने भी कहा कि सरकार लगातार दूसरी बार सत्ता में लौटी है, ऐसे में उम्मीदें काफी हैं। उन्होंने कहा कि एक दवा कंपनी होने के नाते हम बुनियादी संरचना को बेहतर बनाने और कारोबार को सुगम बनाने, बेहतर नियामकीय ढांचा तैयार करने, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा क्षेत्र में खर्च बढ़ाने तथा किफायती एवं लोगों के लिये सुलभ स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सेवाओं के साथ ही दाम पर संतुलित नियंत्रण में समर्थन की उम्मीद करते हैं।
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वजीरअली ने कहा कि कंपनी सरकार की महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य एवं चिकित्सा योजनाओं की वृहत्तर उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये सरकार के साथ भागीदारी के अवसरों की तलाश करने को भी आतुर है। कंपनी के प्रबंध निदेशक एवं वैश्विक मुख्य कार्यकारी अधिकारी उमंग वोहरा ने कारोबार को लेकर कहा कि कंपनी चीन जैसे विभिन्न उभरते बाजारों में वृद्धि पर नजर रख रही है। कंपनी ने कहा कि उसके पास पश्चिम एशिया, एशिया प्रशांत तथा लैटिन अमेरिका में बाजार विकसित करने की योजना है।