जल्द ही चिराग पासवान के सर पर सजेगा ताज, बनाया जाएगा लोजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 25, 2019

नयी दिल्ली। केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) की कमान अपने बेटे चिराग पासवान को सौंप सकते हैं, जिन्हें मंगलवार को पार्टी की बिहार इकाई का कार्यवाहक अध्यक्ष नियुक्त किया गया। लोजपा में पीढ़ीगत बदलाव का संकेत देते हुए सूत्रों ने बताया कि 35 वर्षीय चिराग नवंबर में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद संभाल सकते हैं। वह बिहार की जमुई लोकसभा सीट से दूसरी बार सांसद बने हैं। लोजपा अपने स्थापना दिवस 28 नवंबर को राज्य में रैली आयोजित करने की योजना बना रही है। 

इसे भी पढ़ें: लोक जनशक्ति पार्टी की बिहार इकाई की कमान संभालेंगे चिराग पासवान

पार्टी के नये नेतृत्व के बारे में जब राम विलास पासवान से संवाददाताओं ने पूछा तो उन्होंने कहा कि पार्टी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में अपने नेतृत्व के बारे में निर्णय ले सकती है। उन्होंने कहा कि यह तय है कि नयी पीढ़ी पार्टी की कमान संभालने आगे आएगी। लोजपा की बिहार इकाई के कार्यवाहक अध्यक्ष के तौर पर चिराग पासवान अपने चाचा पशुपति कुमार पारस की जगह लेंगे। पारस को राम विलास पासवान के एक और भाई राम चंद्र पासवान के निधन के बाद लोजपा की इकाई दलित सेना का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। 

इसे भी पढ़ें: उत्पादों, सेवाओं की बेहतर गुणवत्ता के लिये ‘एक राष्ट्र, एक मानक’ पर हो रहा काम: पासवान

केंद्र में सत्तारूढ़ राजग में भाजपा की सहयोगी लोजपा के लोकसभा में पांच सदस्य हैं। राजग ने रामचंद्र पासवान के निधन के बाद खाली हुई समस्तीपुर लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है। संभावना व्यक्त की जा रही है कि 21 अक्टूबर के उपचुनाव में राम चंद्र के बेटे प्रिंस राज अपनी चुनावी किस्मत आजमाएंगे। 

कंपनियों पर टैक्स घटने से निवेश और रोजगार को लगेंगे पंख, पूरी जानकारी के लिए देखें वीडियो:

प्रमुख खबरें

Maneka Gandhi और अन्य कार्यकर्ताओं ने बिहार सरकार से पशुओं की बलि पर रोक लगाने का आग्रह किया

ना मणिपुर एक है, ना मणिपुर सेफ है... Mallikarjun Kharge ने बीजेपी पर साधा निशाना

AAP में शामिल हुए Anil Jha, कैलाश गहलोत के इस्तीफे के सवाल को Arvind Kejriwal ने मुस्कुराकर टाला

Sri Lanka के राष्ट्रपति नयी संसद के उद्घाटन सत्र में सरकार का लिखित नीतिगत दस्तावेज प्रस्तुत करेंगे