By अंकित सिंह | Jun 16, 2021
लोजपा में बगावत के बीच आज रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि हालिया घटना परेशान करने वाली है। लेकिन लड़ाई लंबी है। उन्होंने कहा कि हमने कभी सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। बिहार विधानसभा चुनाव में अकेले लड़ने का फैसला लिया और हम कामयाब रहे। भले ही हमें सीट नहीं मिली लेकिन हम 6% वोट हासिल करने में कामयाब रहे। उन्होंने कहा कि लोजपा को जनता का समर्थन मिला। उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव के दौरान, उससे पहले भी, उसके बाद भी कुछ लोगों द्वारा और खास तौर पर जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) द्वारा हमारी पार्टी को तोड़ने का प्रयास निरंतर किया जा रहा था।
चिराग ने कहा कि भविष्य में कानूनी लड़ाई लड़नी होगी। पार्टी ही मेरा परिवार है। पार्टी में अनुशासन की जरूरत है। अब मेरे पास कोई विकल्प नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि विवाद को बंद कमरे में सुलझाना चाहता था। चाचा कहते तो मैं उन्हें संसदीय दल का नेता बनवा देता लेकिन उन्होंने जो तरीका अपनाया वह गलत है। पार्टी के संविधान के अनुरूप नहीं है। पापा ने पार्टी को बहुत संघर्ष के साथ बनाया, गरीबों की आवाज बनना चाहते थे। उन्होंने बार-बार कहा कि पार्टी और परिवार में बंटवारा जदयू के द्वारा ही किया गया है। हमें आपस में लड़वाया गया है ताकि हम आगे ना बढ़ पाए। जदयू के द्वारा बांटने और राज करने की रणनीति अपनाई जाती है। उन्होंने कहा कि मैं रामविलास पासवान का बेटा हूं, मैं शेर का बेटा हूं। जब मैं अकेले चुनाव लड़ने में नहीं डरा तो अब भी नहीं डरूंगा। उन्होंने आरोप लगाया कि जदयू ने दलित-महादलित को भी बांटा।