By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 18, 2019
बीजिंग। चीन की अर्थव्यवस्था की रफ्तार 2019 की तीसरी तिमाही में करीब तीन दशक के निचले स्तर पर आ गयी। राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो के शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार जुलाई-सितंबर में चीन की आर्थिक वृद्धि दर छह प्रतिशत रही। इससे पिछली तिमाही अप्रैल-जून में चीन की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर 6.2 प्रतिशत थी। चीन की वृद्धि दर में कमी की प्रमुख वजह अमेरिका के साथ व्यापार युद्ध का जारी रहना और घरेलू मांग का नरम पड़ना है।
इसे भी पढ़ें: भारत-पाक संबंधों को लेकर अब चीन ने दिया यह बड़ा बयान
यह वृद्धि दर 1992 के बाद चीन का सबसे खराब तिमाही आंकड़ा है। हालांकि यह सरकार के 2019 में आर्थिक वृद्धि दर 6 से 6.5 प्रतिशत रखने के लक्ष्य के दायरे में है। वर्ष 2018 में चीन की आर्थिक वृद्धि दर 6.6 प्रतिशत थी। ब्यूरो के प्रवक्ता माओ शेंगयांग ने कहा कि राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में कुल मिलाकर शुरुआती तीन तिमाहियों में स्थिरता देखी गयी है। उन्होंने कहा कि हालांकि हमें घरेलू और वैश्विक दोनों मोर्चों पर गंभीर आर्थिक हालातों के प्रति सजग रहना होगा।
इसे भी पढ़ें: चीन ने जताई उम्मीद, भारत-पाक मतभेद सुलझाकर सुधार सकते हैं संबंध
वैश्विक अर्थव्यवस्था में नरमी और बाहरी व्यापार में बढ़ती अनिश्चिता एवं अस्थिरता से घरेलू अर्थव्यवस्था पर भारी दबाव है। चीन ने अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिए कई समर्थनकारी कदम उठाए हैं। उसने करों की दरों में भारी कटौती की है और शेयर बाजारों में विदेशी निवेश आकर्षित करने के लिए कई अंकुश हटाए हैं।