चीन ने सिर्फ 10 दिनों में कर दिखाया यह हैरतअंगेज कारनामा

By निधि अविनाश | Feb 03, 2020

नई दिल्ली। चीन में कोरोना वायरस नाम के इस वायरस ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है। चीन के वुहान शहर से शुरू हुए इस खतरनाक वायरस की चपेट में भारत समेत कई देश आ चुके हैं। बता दें कि भारत के केरल में कोरोना वायरस से संक्रमण के तीसरे मामले की पुष्टि हो गई है। एयर इंडिया के स्पेशल विमान से अब तक 323 भारतीयों को चीन से लाया गया है जिसमें मालदीव के नागरिक भी शामिल थे। पीटीआई के मुताबिक चीन में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 361 हो चुकी है और 17,205 लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। 

वायरस के तेजी से फैलने की वजह से चीन के वुहान शहर में अस्पतालों की संख्या भी कम हो गई जिसकी वजह से चीन सरकार ने एक ऐसा फैसला लिया जिसको सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे। चीन सरकार ने केवल 6 दिनों के अंदर अस्पताल खड़ा करने का संकल्प लिया लेकिन 6 दिनों के भीतर अस्पताल को बनाना मुश्किल था इसलिए यह काम उन्होंने केवल 10 दिनों के भीतर करने का सोचा और ऐसा हुआ भी। बता दें कि रविवार को यह अस्पताल बनकर पूरा हो चुका है और अब इसमें कोरोना वायरस से प्रभावित सभी मरीजों को भर्ती करना भी शुरू कर दिया है। 1000 बेड वाला यह अस्पताल वुहान शहर में बहुत जरूरी था क्योंकि इसी शहर से ही कोरोना वायरस की शुरूआत हुई है। बता दें कि इस शहर की आबादी एक करोड़ 10 लाख है और वायरस ज्यादा न फैले इसलिए शहर को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। 

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1000 बिस्तरों वाले इस अस्पताल के निर्माण के लिए निर्माण दल दिन रात काम में लगा हुआ है। वुहान में उपचार केन्द्र का युद्धस्तर पर निर्माण ऐसा दूसरा मामला है जब देश में किसी बीमारी के लिए दिन रात एक करके विशिष्ट अस्पताल बनाया गया है। इससे पहले 2003 में सार्स फैला था और इससे निपटने के लिए मरीजों के लिए एक सप्ताह में उपचार केन्द्र बनाया गया था। सरकारी मीडिया के अनुसार सोमवार सुबह 10 बजे अस्पताल में मरीजों का पहला जत्था पहुंचा। हालांकि मरीजों की स्थिति और उनकी पहचान के बार में कोई जानकारी नहीं दी गई है। सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बताया कि सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की सैन्य शाखा ‘पीपुल्स लिबरेशन आर्मी’ ने वुहान अस्पताल के लिए 1400 चिकित्सक, नर्स तथा अन्य कर्मी भेजे हैं। सरकार ने कहा कि इनमें से कुछ को सार्स तथा अन्य प्रकोप से निपटने का अनुभव है। शिन्हुआ के मुताबिक ह्यूओशेनशान अस्पताल का निर्माण सात हजार बढ़ई, प्लंबर, इलेक्ट्रीशियन और अन्य विशेषज्ञों के दल ने किया है। 

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