By अंकित सिंह | Apr 10, 2023
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अरुणाचल प्रदेश दौरे पर जा रहे हैं। अमित शाह के इस दौरे को लेकर चीन ने अपनी आपत्ति जता दी है। चीन अरुणाचल प्रदेश को साफ तौर पर अपना हिस्सा बताया है। साथ ही साथ उसने कहा है कि शाह का दौरा संप्रभुता का उल्लंघन है। न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक चीन भारत के केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अरुणाचल प्रदेश की यात्रा का दृढ़ता से विरोध करता है क्योंकि इससे सीमावर्ती क्षेत्र में चीन की क्षेत्रीय संप्रभुता का उल्लंघन हो रहा है। चीन की आपत्ति पूरी तरीके से हास्यास्पद है। कुछ दिन पहले ही चीन ने बेहद आपत्तिजनक और एकतरफा कार्रवाई करते हुए अपने नक्शे में भारतीय सीमावर्ती राज्य अरुणाचल प्रदेश के 11 स्थानों का नाम बदल दिया था।
हालांकि, चीन की इस कार्यवाही को लेकर भारत ने करारा जवाब दिया था। चीन लगातार अरुणाचल के कई हिस्सों को लेकर अपना दावा करता रहा है। पिछले 5 सालों में चीन ने ऐसा तीसरी बार किया है। 2021 उसने 15 स्थानों और 2017 में 6 स्थानों का नाम बदला था। इन सबके बीच अपने अरुणाचल प्रदेश के दौरे को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज असम पहुंच चुके हैं। असम में राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने उनका स्वागत किया। अमित शाह अरुणाचल प्रदेश के सीमावर्ती गांव की किबिथू में वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम का शुभारंभ करेंगे।
गृह मंत्रालय (एमएचए) के अनुसार शाह 10 और 11 अप्रैल को पूर्वोत्तर राज्य के दो दिवसीय दौरे पर रहेंगे। भारत-चीन सीमा पर गांवों के व्यापक विकास के उद्देश्य से केंद्र प्रायोजित 'वाइब्रेंट विलेजेज प्रोग्राम' (वीवीपी) को लॉन्च किया जा रहा है। यह चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश में पर्वत चोटियों, नदियों और आवासीय क्षेत्रों सहित 11 स्थानों का नाम बदलने के कुछ दिनों बाद आया है, जिसे वह दक्षिण तिब्बत के रूप में दावा करता है, जिससे दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध और तनावपूर्ण हो गए हैं।