By अभिनय आकाश | Aug 16, 2023
बढ़ती जनसंख्या पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय नहीं है लेकिन चीन सरकार की परेशानी कुछ और ही है। एक आंकड़े के अनुसार चीन की महिलाएं बच्चे पैदा नहीं करना चाहती हैं। महिलाओं की इस चाहत से शी जिनपिंग सरकार परेशान औऱ हैरान दोनों है। नेशनल बिजनेस डेली ने कहा कि चीन की प्रजनन दर 2022 में रिकॉर्ड निचले स्तर 1.09 तक गिरने का अनुमान है। यह आंकड़ा अधिकारियों को परेशान कर सकता है क्योंकि वे देश में नए जन्मों की घटती संख्या को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं। राज्य समर्थित दैनिक ने कहा कि चीन के जनसंख्या और विकास अनुसंधान केंद्र के आंकड़े इसे 100 मिलियन से अधिक आबादी वाले देशों में सबसे कम प्रजनन स्तर वाले देश के रूप में दर्शाते हैं। दक्षिण कोरिया, ताइवान, हांगकांग और सिंगापुर के साथ चीन की प्रजनन दर पहले से ही दुनिया में सबसे कम में से एक है।
छह दशकों में चीन की जनसंख्या में पहली बार गिरावट और इसकी तेजी से उम्रदराज़ होती आबादी के बारे में चिंतित, बीजिंग तत्काल जन्म दर को बढ़ाने के लिए वित्तीय प्रोत्साहन और बेहतर बाल देखभाल सुविधाओं सहित कई उपायों की कोशिश कर रहा है। मई में राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस विषय का अध्ययन करने के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की। चीन ने कहा है कि वह जनसंख्या की गुणवत्ता में सुधार के लिए शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर ध्यान केंद्रित करेगा और भविष्य में आर्थिक विकास का समर्थन करने के लिए "मध्यम प्रजनन क्षमता" स्तर बनाए रखने का प्रयास करेगा।
बच्चों की देखभाल की ऊंची लागत और अपने करियर को रोकने की वजह से कई महिलाएं अधिक बच्चे पैदा करने या बिल्कुल भी बच्चे पैदा करने से कतराती हैं। लैंगिक भेदभाव और अपने बच्चों की देखभाल करने वाली महिलाओं की पारंपरिक रूढ़ियाँ अभी भी पूरे देश में व्यापक हैं। अधिकारियों ने हाल के महीनों में बच्चे के पालन-पोषण की जिम्मेदारी साझा करने पर बयानबाजी बढ़ा दी है, लेकिन अधिकांश प्रांतों में पितृत्व अवकाश अभी भी सीमित है। हांगकांग के परिवार नियोजन एसोसिएशन ने मंगलवार को एक अलग विज्ञप्ति में कहा कि विशेष चीनी प्रशासनिक क्षेत्र में निःसंतान महिलाओं की संख्या पांच साल पहले की तुलना में दोगुनी से अधिक बढ़कर पिछले साल 43.2% हो गई।