By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 02, 2019
बीजिंग। हांगकांग में लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों के समर्थन में अमेरिका द्वारा कानून बनाये जाने के जवाबी कार्रवाई में चीन ने सोमवार को अमेरिकी युद्धपोत को हांगकांग भेजने संबंधी अमेरिका के आवेदन को रद्द कर दिया और इसके साथ ही कई अमेरिकी गैर सरकारी संगठनों पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया।
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अर्ध-स्वायत्त क्षेत्र हांगकांग में पूरी स्वायत्तता की मांग को लेकर पिछले करीब छह महीने से भारी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। गौरतलब है कि अमेरिकी संसद में पारित हो चुके ‘हांगकांग मानवाधिकार एवं लोकतंत्र अधिनियम’ पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पिछले हफ्ते हस्ताक्षर कर दिए, जिसके तहत राष्ट्रपति को हांगकांग के तरजीही व्यापार दर्जे की सालाना समीक्षा करने का अधिकार है और अर्ध-स्वायत्त क्षेत्र की स्वायत्तता खत्म होने की स्थिति में इसे वापस लिये जाने का प्रावधान किया गया है। यह कदम तब उठाया गया है जब दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं अपने बीच चल रहे व्यापार युद्ध को खत्म करने की दिशा में प्रथम चरण के व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने का प्रयास कर रही हैं।
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विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने एक नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अमेरिका के अनुचित व्यवहार के जवाब में, चीन सरकार ने हांगकांग में अमेरिकी युद्धपोत भेजने के आवेदनों की समीक्षा निलंबित करने का फैसला किया है। चीन ने इससे पहले भी अगस्त में दो अमेरिकी नौसैन्य जहाजों को हांगकांग में डॉक करने के अनुरोध को बिना कारण बताए ठुकरा दिया था।
हुआ ने कहा कि हांगकांग में हालिया अशांति को लेकर खराब बर्ताव करने के लिए वे कई अमेरिकी गैर सरकारी संगठनों पर भी प्रतिबंध लगाएंगे, हालांकि उन्होंने प्रतिबंधों के स्वरूप के बारे में कोई भी विवरण नहीं दिया। उन्होंने कहा कि ये प्रतिबंध ‘नेशनल एंडोमेंट फॉर डेमोक्रेसी’, ‘ह्यूमन राइट्स वॉच एंड फ्रीडम हाउस’ जैसे एनजीओ पर लागू होंगे।