चीन का अमेरिका पर फिर से आरोप, कहा- ताइवान जलडमरूमध्य में कर रहा ‘शक्ति प्रदर्शन’

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 31, 2020

बीजिंग। चीन ने अमेरिका पर आरोप लगाया है कि उसने ताइवान जलडमरूमध्य में बृहस्पतिवार की सुबह अपने दो नौसैन्य पोतों के जरिए ‘शक्ति का प्रदर्शन’ किया। हालांकि अमेरिकी नौसेना ने कहा है कि विध्वंसक पोत यूएसएस एस मैककेन और यूएसएस कर्टिस विल्बर ने अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत ताईवान जलडमरूमध्य मार्ग का इस्तेमाल किया। अमेरिकी नौसेना ने अपनी वेबसाइट पर एक बयान में कहा है कि पोत की आवाजाही मुक्त और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए अमेरिका की प्रतिबद्धता को दिखाती है।

इसे भी पढ़ें: अमेरिका ने भारत में स्थित कॉल सेटरों से चल रहीं धोखधड़ी योजना पर लगाया प्रतिबंध

चीन के रक्षा मंत्रालय ने घटनाक्रम को ‘शक्ति का प्रदर्शन’ और भड़काऊ कदम बताते हुए कहा कि इससे ताइवान के स्वतंत्र बलों को गलत संकेत गया और ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता को नुकसान पहुंचा है। चीन के रक्षा मंत्रालय ने अपने आधिकारिक माइक्रोब्लॉग पर लिखा, ‘‘हम पुरजोर तरीके से इसका विरोध करते हैं।’’ साथ ही कहा कि उसने समुद्र और हवाई क्षेत्र से जहाजों की गतिविधियों पर नजर रखी। रक्षा मंत्रालय ने कहा, ‘‘चीन की सेना हर समय सतर्क रहती है और राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए किसी भी खतरे या उकसावे का जवाब दे सकती है।’’

इसे भी पढ़ें: ट्रंप के राहत पैकेज को मंजूरी देने के बाद एशियाई शेयर बाजारों में आई जोरदार तेजी

चीन ताइवान को अपना क्षेत्र मानता है। ताइवान के जलडमरूमध्य को सामान्य रूप से अंतरराष्ट्रीय जलमार्ग माना जाता है। ताइवान को अमेरिका द्वारा सैन्य मदद पर भी चीन विरोध जता चुका है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि उसने जलमार्ग से जहाजों की आवाजाही पर नजर रखी और ‘‘स्थिति नियंत्रण में है।

प्रमुख खबरें

औरंगजेब ने देश को लूटा और मंत्री आलमगीर ने झारखंड को, हेमंत सरकार पर योगी के तीखे प्रहार

कुश्ती में वापसी करेंगी विनेश फोगाट! संन्यास पर U-Turn का तीसरी बार दिया इशारा

Trump or Harris? 5 नवंबर वोटिंग का दिन, फिर कैसे 7.5 करोड़ लोग पहले ही कर चुके मतदान, जानिए ये कैसी व्यवस्था?

भारत विरोधी खालिस्तानियों को ट्रूडो सरकार की शह