By रितिका कमठान | Sep 21, 2024
तिरुपति मंदिर के प्रसादम के लड्डूओं को लेकर इन दिनों बड़ा बवाल छिड़ा हुआ है। एन चंद्रबाबू नायडू द्वारा सवाल खड़ा करने के बाद ये विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। इसी बीच ये जानकारी भी सामने आई है कि अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान भी राम मंदिर में तिरुपति मंदिर का प्रसाद वितरित किया गया था।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, अयोध्या मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने शुक्रवार को कहा कि इस साल की शुरुआत में अयोध्या के राम मंदिर में तिरुपति मंदिर का 'प्रसाद' वितरित किया गया था। मुख्य पुजारी ने यह भी पुष्टि की कि जनवरी में अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान श्रद्धालुओं को तिरुपति मंदिर से 300 किलोग्राम 'प्रसाद' वितरित किया गया था।
तिरुपति मंदिर के 'प्रसाद' (लड्डू) बड़े विवाद के केंद्र में हैं, क्योंकि चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने दावा किया है कि लड्डू बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले घी में 'पशु वसा' का इस्तेमाल किया गया था। शुक्रवार को अयोध्या मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने घी में “पशु वसा” के इस्तेमाल के आरोपों पर नाराजगी व्यक्त की। सत्येंद्र दास ने कहा, "अगर प्रसाद में जानवरों की चर्बी मिलाई गई थी तो यह अक्षम्य है। इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।"
अयोध्या में राम मंदिर के मुख्य पुजारी ने इस आरोप की जांच किसी जांच एजेंसी से कराने की मांग की। पीटीआई के अनुसार दास ने कहा, "वैष्णव संत और भक्त लहसुन और प्याज का इस्तेमाल भी नहीं करते हैं। ऐसे में प्रसाद में वसा का इस्तेमाल बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। यह हिंदू आस्था का मजाक है।" उन्होंने कहा, "किसी बड़ी एजेंसी को इसकी जांच करनी चाहिए और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।" 2019 से 2024 के बीच, आंध्र के पूर्व सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हर बार दिल्ली आने पर मंदिर के लड्डू भेंट किए थे।