लखनऊ। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जन शिकायतों के समयबद्ध निस्तारण में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले 10 जनपदों के जिलाधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा है। इसी तरह 10 जनपदों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से भी जवाब तलब किया गया है। जन-शिकायतों के समयबद्ध निस्तारण में सर्वाधिक खराब प्रदर्शन करने वाले 10 जनपदों में लखनऊ, हरदोई, गौतमबुद्ध नगर, कानपुर नगर, गोरखपुर, इलाहाबाद, सीतापुर, आगरा, जौनपुर तथा खीरी जिले शामिल हैं। यहां के जिलाधिकारियों से स्पष्टीकरण देने को कहा गया है।
इसी प्रकार लखनऊ, हरदोई, गोरखपुर, खीरी, सीतापुर, बहराइच, जौनपुर, इलाहाबाद, फिरोजाबाद तथा मैनपुरी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों से जवाब तलब किया गया है। सरकारी प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि जन-शिकायतों का निर्धारित समयसीमा में गुणवत्तापूर्ण निस्तारण राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है और इस संबंध में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि वे इन अधिकारियों का स्पष्टीकरण प्राप्त करते हुए जन-शिकायतों के निस्तारण में अपेक्षित गति लाया जाना सुनिश्चित करें।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी द्वारा लोक-शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा की गई थी। उन्होंने अधिक संख्या में संदर्भों के अनिस्तारित रहने को चिन्ताजनक बताते हुए इन अधिकारियों से स्पष्टीकरण तलब किए जाने का फैसला लिया है। जन-शिकायतों के समयबद्ध निस्तारण में सर्वाधिक खराब प्रदर्शन करने वाले 10 जनपदों के तहत लखनऊ, हरदोई, गौतमबुद्ध नगर, कानपुर नगर, गोरखपुर, इलाहाबाद, सीतापुर, आगरा, जौनपुर तथा खीरी जनपदों के जिलाधिकारियों से स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए हैं। इसी प्रकार मुख्यमंत्री ने लखनऊ, हरदोई, गोरखपुर, खीरी, सीतापुर, बहराइच, जौनपुर, इलाहाबाद, फिरोजाबाद तथा मैनपुरी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों से जवाब-तलब किए जाने के निर्देश दिए हैं।