By अभिनय आकाश | Apr 17, 2023
भारत और अमेरिका के बीच आपसी संबंध लगातार मजबूत हो रहे हैं और बीते कुछ सालों में इसमें व्याापर मुख्य आधार बनकर सामने आया है। आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए हाल के दिनों में दोनों देशों द्वारा किए गए विभिन्न उपायों के कारण अमेरिका वित्त वर्ष 2022-23 में एक बार फिर भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार बनकर उभरा। वित्त वर्ष 2022-23 में भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार 7.65 प्रतिशत बढ़कर 128.55 अरब डॉलर हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2021-22 में यह 119.5 अरब डॉलर था, वाणिज्य मंत्रालय के अनंतिम आंकड़ों से पता चलता है। वित्त वर्ष 2020-21 में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 80.51 बिलियन अमेरिकी डॉलर था।
वित्त वर्ष 2022-23 में अमेरिका को भारत का निर्यात 2.81 प्रतिशत बढ़कर 78.31 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2021-22 में यह 76.18 बिलियन अमेरिकी डॉलर था, जबकि आयात लगभग 16 प्रतिशत बढ़कर 50.24 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया। चीन 2013-14 से 2017-18 तक और 2020-21 में भी भारत का शीर्ष व्यापारिक भागीदार था। चीन से पहले यूएई देश का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार था। 2022-23 में, 76.16 बिलियन डॉलर के साथ संयुक्त अरब अमीरात भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार था।
भारत से चीन के लिए 2022-23 में निर्यात 28 प्रतिशत गिरावट के साथ 15.32 अरब डॉलर रह गया, जबकि आयात 4.16 प्रतिशत वृद्धि के साथ 98.51 अरब डॉलर हो गया। भारत का चीन के साथ व्यापार घाटा 2022-23 में बढ़कर 83.2 अरब डॉलर हो गया, जो इससे पिछले साल 72.91 अरब डॉलर था। विशेषज्ञ मानते हैं कि अमेरिका से द्विपक्षीय व्यापार बढ़ने का चलन आगामी वर्षों में जारी रहेगा। इसके साथ ही, भारत और अमेरिका आर्थिक संबंधों को और मजबूत करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।