By अंकित सिंह | Jan 09, 2025
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सुरक्षाकर्मियों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। अधिकारी के अनुसार, गोलीबारी सुबह शुरू हुई जब सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम सुकमा और बीजापुर जिलों की सीमा के पास एक जंगल में नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी। उन्होंने कहा कि जिला रिजर्व गार्ड, स्पेशल टास्क फोर्स और कोबरा (कमांडो बटालियन फॉर रेजोल्यूट एक्शन- सीआरपीएफ की एक विशिष्ट इकाई) से संबंधित कर्मी ऑपरेशन में शामिल थे। फिलहाल खबर लिखे जाने तक रुक-रुक कर गोलीबारी जारी थी।
दो साल में छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों पर अपने सबसे घातक हमले में, नक्सलियों ने 6 जनवरी को दोपहर लगभग 2.15 बजे कुटरू पुलिस स्टेशन क्षेत्र के अंतर्गत अंबेली गांव के पास 60-70 किलोग्राम मजबूत आईईडी का उपयोग करके एक वाहन को उड़ा दिया। आठ सुरक्षाकर्मी, प्रत्येक से चार अधिकारी ने बताया कि जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और बस्तर फाइटर्स- राज्य पुलिस की दोनों इकाइयां- जो एसयूवी में यात्रा कर रहे थे और चालक की मौके पर ही मौत हो गई, जो बीजापुर जिला मुख्यालय से लगभग 70 किमी दूर स्थित है।
पुलिस को संदेह है कि शक्तिशाली आईईडी को सुरक्षाकर्मियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले मार्ग पर काफी समय पहले लगाया गया था। पुलिस महानिरीक्षक (बस्तर रेंज) सुंदरराज पी ने कहा कि विस्फोटक उपकरण उस समय फट गया जब दंतेवाड़ा जिले के डीआरजी जवान नक्सल विरोधी अभियान चलाकर अपने स्कॉर्पियो वाहन में लौट रहे थे।