By राजीव शर्मा | Jul 05, 2021
उत्तर प्रदेश में मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में कुलपति की अध्यक्षता में प्रवेश समिति की बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रवेश समिति ने बड़ा फैसला लिया की जब तक शासन आदेश नहीं देगा, तब तक विवि में जम्मू कश्मीर के छात्रों के लिए सीटें नहीं बढ़ेंगी। शनिवार को विश्वविद्यालय की प्रवेश समिति की बैठक में जम्मू कश्मीर के अलावा अन्य राज्यों के छात्रों को विवि में प्रवेश लेने सहित अन्य मुद्दों पर फैसला लिया गया। सीसीएयू प्रवेश समिति ने जम्मू कश्मीर के छात्रों के लिए सीटें बढ़ाने से फिलहाल इंकार किया है, मगर अन्य राज्यों के लिए कोटा 10 से बढ़ाकर 25 फीसद कर दिया है। बैठक की अध्यक्षता विवि के कुलपति प्रोफेसर नरेंद्र कुमार तनेजा ने की।
इस दौरान बैठक के कोर डिसीजन वही जो किस प्रकार हैं
1 - जम्मू कश्मीर के स्टूडेंट को एक्स्ट्रा सीट नहीं दी जाएगी जब तक शासन का कोई आदेश नहीं आ जाता।
2- other स्टेट के स्टूडेंट्स का कोटा 10 से बढ़ाकर 25% किया जाएगा।
3- सीबीएसई में अब मेन सब्जेक्ट के आधार पर ही मेरिट लिस्ट बनाई जाएगी।
4- गैप ईयर का अब डिडेक्शन नहीं किया जाएगा।
5- किसी भी स्ट्रीम में अब अधिभार नहीं मिलेगा ना ही बढ़ेगा।
6- वोकेशनल कोर्सो में थ्योरी के नंबर टू थर्ड और प्रैक्टिकल के वन थर्ड नंबर जोड़े जाएंगे।
7- 12वीं के बाद अब 4 साल के गैप के साथ कोई भी छात्र प्रैक्टिकल सब्जेक्ट में दाखिला ले सकता है पहले यह बाध्यता 2 साल की थी जिसको बढ़ाकर 4 साल कर दिया गया है।
8- यूपी बोर्ड की तरह सीबीएसई, आईसीएसई में भी प्राप्तांकों के आधार पर मेरिट बनाई जाएगी
9- बीएससी एजी को बीएससी एजी ऑनर्स कर दिया है, इस सत्र से जो छात्र प्रवेश लेंगे उन्हें बीएससी एजी ऑनर्स की डिग्री मिलेगी।