By अनन्या मिश्रा | Apr 16, 2025
आज ही के दिन यानी की 16 अप्रैल को शानदार अभिनेता और कॉमेडियन चार्ली चैपलिन का जन्म हुआ था। चार्ली चैपलिन का नाम सुनते ही लोगों के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है। उनकी अदाकारी, बातों और लहजे हर एक अंदाज में लोगों को हंसाने की कला छिपी थी। भले ही उन्होंने अपना पूरा जीवन लोगों को हंसाने में निकाल दिया, लेकिन उनकी अपनी जिंदगी किसी त्रासदी से कम नहीं रही। तो आइए जानते हैं उनकी बर्थ एनिवर्सरी के मौके पर दिवंगत महान कलाकार चार्ली चैपलिन के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...
जन्म और परिवार
लंदन में 16 अप्रैल 1889 को चार्ली चैपलिन का जन्म हुआ था। बचपन में ही उनके पिता की मृत्यु हो गई थी। जिसके बाद उनको अपनी मां के साथ आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा। ऐसे में कम उम्र में ही चार्ली के ऊपर परिवार चलाने की जिम्मेदारी आ गई। चार्ली चैपलिन के पिता एक फेमस गायक और अभिनेता थे। तो वहीं उनकी मां हन्ना चैपलिन भी एक गायिकी और एक्ट्रेस थीं। माता-पिता के अभिनय जगत से होने के चलते चार्ली चैपलिन को एक्टिंग विरासत में मिली थी। वहीं 13 साल की उम्र में चार्ली की मां बीमार हो गईं, जिसके चलते उन्होंने छोटे-मोटे काम करना शुरूकर दिया।
कॉमिक एक्टर और फिल्ममेकर
बता दें कि 14 साल की उम्र में पहली बार चार्ली चैपलिन ने एक नाटक में कॉमिल रोल किया था। इस रोल को दर्शकों को काफी सराहा गया था। चार्ली ने कॉमिक एक्टर और फिल्ममेकर के तौर पर अपना करियर बनाया था। वह अपने पूरे जीवन में लोगों को हंसाते रहे, लेकिन अगर आप करीब से उनकी जिंदगी देखेंगे, तो यह त्रासदी नजर आती है। वह मूक फिल्म युग के सबसे रचनात्मक और प्रभावशाली व्यक्तित्व में से एक थे।
चार्ली चैपलिन कला के हर क्षेत्र में माहिर थे, वह अपनी फिल्म में निर्देशन, पटकथा, अभिनय, निर्माण और संगीत खुद दिया था। साल 1940 में चार्ली चैपलिन ने तानाशाह हिटलर पर एक फिल्म बनाई थी। इस फिल्म का नाम 'द ग्रेट डिक्टेटर' था। इस फिल्म में उन्होंने हिटलर का रोल निभाया था। वहीं फिल्म में चार्ली द्वारा हिटलर को कॉमिक कैरेक्टर के रूप में पेश दर्शकों को बहुत पसंद आया था। इस फिल्म के बाद उन्होंने एक के बाद एक कई सुपरहिट फिल्में दीं। साल 1973 में चार्ली चैपलिन को ऑस्कर से सम्मानित किया गया।
मृत्यु
अपने शानदार अभिनय से लोगों को हंसाना वाले चार्ली चैपलिन का 25 दिसंबर 1977 में 88 साल की उम्र में निधन हो गया। आज भी मनोरंजन और ठहाकों का प्रतीक चार्ली चैपलिन को माना जाता है।