By अनन्या मिश्रा | Apr 28, 2025
शुभ मुहूर्त और चंद्र दर्शन का समय
अभिजीत- सुबह 11:54 से दोपहर 12:45 तक
विजय मुहूर्त- दोपहर 02:21 से दोपहर 03:24 तक
गोधुली मुहूर्त- शाम 06:23 से 07:22 तक
ब्रम्ह मुहूर्त- सुबह 04:05 से 05:09 तक
अमृत काल- सुबह 06:02 से 07:43 तक
चंद्र दर्शन का समय- शाम 06:55 से 07:43
महत्व
अमावस्या के बाद आने वाली प्रतिपदा तिथि को शिवलिंग का पूजन करना फलदायी होता है। परमब्रह्म शिव साकार और निराकार दोनों हैं। इस दिन भगवान शिव के अलावा मां दुर्गा की पूजा की जाती है। इस व्रत को करने से जातक को जीवन के कष्टों से छुटकारा मिलता है। वहीं इस दिन गाय को गुड़, चारा, रोटी और पालक इत्यादि खिलाने से अखण्ड पुण्य की प्राप्ति होती है। वहीं दुर्गासप्तशती का पाठ करना चाहिए।