By Kusum | Dec 02, 2024
Champions Trophy 2025 को लेकर पाकिस्तान और भारत एक बार फिर सामने सामने हैं। जहां पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड चाहता था कि हाइब्रिड मॉडल स्वीकार करने के बदले में उसका भी फायदा हो बीसीसीआई ने उसकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। दरअसल, पीसीबी का कहना था कि भारतीय टीम उनके देश नहीं आना चाहती तो आगामी इवेंट्स में पाक टीम भी खेलने के लिए भारत नहीं जाएगी और उसके लिए भी हाइब्रिड मॉडल लागू किया जाना चाहिए। साफ तौर पर समझें तो पाकिस्तान की ओर से भारत-पाक मैचों को दुबई में करवाए जाने की मांग रखी गई थी। वहीं अब एक नए खुलासे में कहा गया कि बीसीसीआी ने पाकिस्तान की इस मांग को खारिज कर दिया है।
बता दें कि, मांग ये थी कि अगले 3 साल तक किसी भी आईसीसी इवेंट में होने वाले भारत और पाकिस्तान मुकाबले को न्यूट्रल वेन्यू पर करवाया जाए। न्यूट्रल वेन्यू के रूप में दुबई का नाम लिया गया था और इस फॉर्मूला को पहले पार्टनरशिप कहकर संबोधित किया गया। शुरुआत में इसे हरी झंडी दिखाए जाने की खबरें थीं, लेकिन अब पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार भारतीय बोर्ड ने इसे ठुकरा दिया है।
रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई ने पहले इस पार्टनरशिप फॉर्मूला में दिलचस्पी दिखाई थी, जिसके तहत अगले 3 साल तक भारत और पाकिस्तान मैच दुबई में होने वाले थे। रविवार को छुट्टी का हवाला देते हुए बीसीसीआई ने कोई फैसला नहीं सुनाया। वहीं सोमवार और मंगलवार को यूएई में दफ्तर बंद होते हैं। इसी बीच जय शाह ने 1 दिसंबर को आईसीसी चेयरमैन का पद संभाल लिया है। इन सभी घटनाओं के बीच चैंपियंस ट्रॉफी मामले का फैसला अब भी अधर में लटका हुआ है।
एक पाकिस्तानी मीडिया वेबसाइट के अनुसार पीसीबी के सूत्र ने बताया कि, हमने बिल्कुल उचित समाधान पेश किया था। अब अगर भारत इस फॉर्मूला को स्वीकार नहीं करता है तो वह हमसे ये उम्मीद ना करे कि हम भविष्य में अपनी टीम को उनके देश भेजेंगे। अगर भविष्य में भारत में कोई आईसीसी इवेंट होता है तो उसे हमारे खिलाफ मैच दुबई में खेलना होगा।