By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 07, 2021
अमेरिका और चीन एक बार फिर से आमने-सामने आ गए हैं। इस बार ताइवान के मुद्दे पर अमेरिका और चीन में तवाव बढा हैं। चीन ने सख्त रुख अपनाते हुए अमेरिका को चेतावनी भी दे दी है कि वह अपने हितों की रक्षा करने में कोई रियायत नहीं रखेगा। चीन ने कहा है कि अमेरिका ताइवान को लेकर गलत संदेश प्रसारित कर रहा है, इस मामले में कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
जानते हैं क्या है पूरा मामला
कुछ दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने बयान दिया था कि अगर चीन ताइवान पर हमला करता है तो हम ताइवान की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। जो बाइडन के
बयान का ताइवान में काफी स्वागत किया गया था। इसके बाद चीन ने अमेरिका के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ताइवान मुद्दे पर समझौते की कोई गुंजाइश नहीं है।
अमेरिका गलत संदेश भेजना बंद करे। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बयान जारी कर कहा कि चीन अपने हितों की रक्षा करने के लिए किसी के साथ कोई रियायत नहीं करेगा। अक्टूबर में चीन ने ताइवान पर बड़ा हमला किया था,चीन के करीब 200 से ज्यादा लड़ाकू विमान ताइवान की सीमा में घुस गए थे। इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच तनातनी बढ़ गयी है। गौरतलब है कि चीन ताइवान को अपना हिस्सा बताता है।
चीन ने अमेरिका को दी नसीहत
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबीन ने एक बार फिर चीन के रुख को स्पष्ट करते हुए कहा कि ताइवान उनका हिस्सा है। आपको बता दें कि हाल में चीन ने ताइवान पर अपना नियंत्रण स्थापित करने के उद्देश्य से उस पर बलपूर्वक कब्जा करने की धमकी भी दी थी। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा किताइवान का मसला पूरी तरह से चीन का आंतरिक मसला है और इसमें विदेशी दखलअंदाजी स्वीकार नहीं की जाएगी।
वांग ने स्पष्ट कहा, 'जब चीन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता तथा अन्य मुख्य हितों की बात होगी तो समझौता करने या रियायत के लिए कोई जगह नहीं होगी।अपनी राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए चीनी लोगों की मजबूत क्षमता, दृढ विश्वास और प्रतिबद्धता पर किसी को भी संदेह नहीं होना चाहिए।