By रौनक | Sep 26, 2022
भारत संस्कृति और परंपराओं से जुड़ा हुआ देश है और यहाँ मनाये जाने वाले त्योहारों के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। भारत के अलग-अलग राज्यों में हर महीने कोई-ना-कोई त्योहार मनाया जाता हैं। यहाँ मनाये जाने वाले हर छोटे बड़े त्यौहार को लोग पूरे उत्साह के साथ मनाते हैं। बस फ़र्क इतना होता है की इन त्योहारों का मनाने का तरीका अलग-अलग होता है लेकिन ये त्यौहार पूरी श्रद्धा के साथ और ख़ुशी के साथ मनाये जाते है। चारों ओर इनकी धूम देखने लायक होती है। शारदीय नवरात्रि जल्द शुरू होने वाले है। पूरे नौ दिनों का यह धार्मिक पर्व बहुत ही पवित्र माना जाता है जिसमें माँ दुर्गा के नौ रूपों की उपासना की जाती है और सभी अपने-अपने तरीके से माँ भगवती का स्वागत करते हैं। भारत के अलग-अलग राज्यों में नवरात्रि मनाने का अलाग-अलग तरीका होता है लेकिन सबका उद्देश्य एक ही होता है 'माँ भगवती को प्रसन्न करना और उनका आशीर्वाद प्राप्त करना'। नवरात्रि को मनाने का सबका तरीका अलग होता है लेकिन इसकी धूम पूरे नौ दिनों हर तरफ रहती है। आइए जानते है ब भारत के किन-किन कोनों में नवरात्रि किन ख़ास तरीको से मनाई जाती है:-
गुजरात में होती है डांडियां और गरबा की धूम
शारदीय नवरात्रि शुरू होते ही गुजरात में डांडियां और गरबा खेलने की परंपरा है जो कि पूरे भारत में प्रसिद्ध है। गुजरात के डांडियां और गरबा की धूम गुजरात में देखने लायक होती है। डांडियां और गरबा नौ दिनों तक रात में खेला जाता है जिसका बड़े स्तर पर आयोजन किया जाता है और लोग स्पेशली अलग ड्रेस पहन कर गरबा करते है और मिलकर डांडियां खेलते है। मिट्टी के घड़े को गरबा के प्रतीक के रूप में रखा जाता है जिसके चारों ओर लोग गरबा खेलते हैं। यह एक प्रकार का परंपरागत नृत्य है।
तमिलनाडु का बोमई गोलु पर्व
तमिलनाडु में नवरात्रि शुरू होते ही यहाँ पर परंपरागत डॉल्स की प्रदर्शनी लगाने की परंपरा हैं। इन डॉल्स को 7, 9 या 11 के ऑड नंबर के क्रम में लगाया जाता है। नवरात्र के दौरान लोग इन गुड़ियों की श्रद्धापूर्वक पूजा करते है। इसके साथ ही लोग अपने घरों में दिए जलाते हैं और भजन भी गाते हैं | इस त्यौहार को नवरात्रि के 10 दिनों तक मनाया जाता है।
उत्तर प्रदेश की रामलीला है ख़ास
उत्तर प्रदेश में नवरात्रि आते ही हर तरफ रामलीला की धूम होती है और धूम हो भी क्यों ना ? उत्तर प्रदेश में भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या जो है इसलिए अयोध्या की रामलीला पूरे भारत में प्रसिद्ध है। अयोध्या के अलावा उत्तर प्रदेश में कई जगह रामलीलाओं का भव्य मंचन किया जाता है।10 दिनों तक चलने वाले इस रामलीला के आयोजन में भगवान राम की लीलाओं का मंचन किया जाता है और दसवें दिन दशहरा का त्यौहार मनाकर इस पर्व का समापन कर दिया जाता है।
आन्ध्र प्रदेश का बतुकम्मा उत्सव
आंध्र प्रदेश के लोग इस उत्सव को बड़े ही साधारण तरीके से मनाते है। नवरात्रि में मनाए जाने वाला इस त्यौहार में फूलों की सात सतह से गोपुरम मंदिर की आकृति बनाई जाती है और बतुकम्मा की आकृति को महागौरी के रूप में पूजा जाता है।
महाराष्ट्र की नवरात्रि है ख़ास
वैसे तो नवरात्रि में गुजरात की तरह महाराष्ट्र में भी गरबा और डांडियें का आयोजन किया जाता है लेकिन इस दौरान यहां एक अनोखी परंपरा भी निभायी जाती है। इस परंपरा में विवाहित महिलाएं एक-दूसरे को अपने घर आने का न्योता देती हैं और फिर उन्हें सुहाग की चीज़ें जैसे- सिन्दूर, बिंदी, कुमकुम आदि देकर उन्हें सजाती हैं।
केरल की नवरात्रि है अनोखी
बाकी राज्यों की तरह केरल में नवरात्रि 9 दिन नहीं बल्कि केवल आखिरी के तीन दिनों में मनाई जाती है। जिसे लोग बेहद ही शांत और साधारण तरीके से मनाते है।केरल के लोग इन तीन दिनों के दौरान अपनी किताबें माँ सरस्वती के चरणों में रखते है और उनसे ज्ञान और सद्बुद्धि के लिए प्रार्थना करते हैं। इस परंपरा को यहां के लोग बहुत ही शुभ मानते हैं।
पश्चिम बंगाल में होती है दुर्गा पूजा की धूम
बंगाल की दुर्गा पूजा पूरे भारत में लोकप्रिय है। यहाँ पर माँ दुर्गा के बड़े-बड़े और भव्य पंडाल लगाए जाते है जिनमें माँ दुर्गा की बड़ी-बड़ी मूर्ति रखी जाती है। नवरात्रि के नौ दिन तक दुर्गा पूजा का आयोजन होता है लेकिन यह पर्व छठे दिन से बोधन यानि कि माता के आह्वान से शुरू होता है और दसवें दिन शादीशुदा महिलाएं सिंदूर खेला की रस्म करती है और माँ दुर्गा की मूर्ति के विसर्जन के बाद इस पर्व का समापन कर दिया जाता है। बंगाल में देवी दुर्गा को बेटी के रूप में पूजा जाता है जो अपने ससुराल से मायके आती है।
दिल्ली की नवरात्रि भी है ख़ास
भारत की राजधानी दिल्ली में नवरात्रि की अलग ही रौनक होती है।| यहाँ पर बड़े- स्तर पर भव्य रामलीलाओं का आयोजन किया जाता है जिसमें लाल किले पर होने वाली और रामलीला मैदान में होने वाली रामलीलाएं ख़ास होती है। जिन्हें देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग जुटते है। मंदिरों में माँ भगवती की पूजा की जाती है और कई जगह दुर्गा पूजा के पंडाल भी लगायें जाते है।
- रौनक