CCD के फाउंडर जिनकी गुमशुदगी ने सीएम से लेकर संपूर्ण विपक्ष को एक चौखट पर ला दिया

By अभिनय आकाश | Jul 30, 2019

मशहूर कैफे चेन कैफे कॉफी डे (सीसीडी) के मालिक वीजी सिद्धार्थ लापता बताए जा रहे हैं। ‘कैफे कॉफी डे’ के मालिक वीजी सिद्धार्थ 29 जुलाई को मंगलुरु आ रहे थे। बीच रास्ते में ही सिद्धार्थ गाड़ी से उतर गए, टहलने लगे और टहलते-टहलते कहीं लापता हो गए। सिद्धार्थ का मोबाइल भी स्विच आफ जा रहा है। ड्राइवर के बयान के आधार पर पुलिस का मानना है कि कारोबार से जुड़ी कुछ परेशानियों को लेकर वह दबाव में थे और शायद उन्होंने आत्महत्या कर ली है। लापता सिद्धार्थ के तलाश के लिए पुलिस लगी है। कॉफी किंग वीजी सिद्धार्थ की तलाश के लिए कन्नड़ पुलिस हेलिकॉप्टर और कोस्ट गार्ड की मदद ले रही है। करीब 200 लोगों को उनकी तलाश में लगाया गया है। इस बीच उनकी एक कथित चिट्ठी भी सामने आई है, जिसमें लिखा है कि 'मैंने बहुत संघर्ष किया लेकिन एक इक्विटी पार्टनर के दबाव को और बर्दाश्त नहीं कर सकता। वह मुझ पर लगातार उन शेयरों को बायबैक करने के लिए दबाव बना रहे हैं, जिसका ट्रांजैक्शन मैंने आंशिक रूप से छह महीने पहले एक दोस्त के साथ पूंजी इकट्ठा करने के लिए किया था।' सिद्धार्थ ने अपने निवेशकों से माफी मांगते हुए सरेंडर करने की बात चिट्ठी में लिखी है। 

आखिर कौन हैं वीजी सिद्धार्थ जिनके लापता होने के बाद सीएम से लेकर तमाम दलों के दिग्गज नेता उनके घर के दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं और मामले की जांच को भी लीड कर रहे हैं। दरअसल, एशिया की सबसे बड़ी कॉफी एस्टेट कंपनी कैफे कॉफी डे (सीसीडी) के संस्थापक और मालिक वीजी सिद्धार्थ कर्नाटक की राजनीति में जाना-माना नाम एसएम कृष्णा के दामाद हैं। एसएम कृष्णा पूर्व विदेश मंत्री रहने के साथ ही साल 1999-2004 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहने के बाद 2004-2008 तक महराष्ट्र के राज्यपाल रहे। उसके बाद मई 2009 में उन्हें यूपीए पार्ट 2 की सरकार में विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई। एसएम कृष्णा, मनमोहन सिंह मंत्रिमंडल के एकमात्र ऐसे मंत्री रहे जो मंत्री, उपमुख्यमंत्री, मुख्यमंत्री, राज्यपाल और तीन बार केंद्रीय मंत्री का पद संभाल चुके थे। जीवन के 5 दशक कांग्रेस में गुजारने के बाद एसएम कृष्णा 2017 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए थे। सिद्धार्थ के लापता होने की खबर आने के बाद बेंगलुरु में लोग एसएम कृष्णा के घर के बाहर इकट्ठा होने लगे हैं। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार और बीएल शंकर भी एसएम कृष्णा के घर पहुंचे। 

जुलाई 1996 में बेंगलुरू के ब्रिगेड रोड से कैफे कॉफी डे की शुरुआत करने वाले वीजी सिद्धार्थ ने देखते ही देखते देशभर में कॉफी कैफे के रूप में अपने कैफे चेन को विकसित कर लिया। वर्तमान में सीसीडी देश की सबसे बड़ी कैफे चेन है। इस समय देश के 247 शहरों में सीसीडी के कुल 1 हजार 758 कैफे हैं। इसमें गौर करने वाली बात ये है कि सीसीडी फ्रैंचाइजी मॉडल पर काम नहीं करती और सभी कैफे कंपनी के अपने हैं। माइंडट्री की वेबसाइट पर उनकी प्रोफाइल के मुताबिक उनका परिवार करीब 130 सालों से ज्यादा समय से कॉफी के बिजनेस में है। माइंडट्री में वह नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर भी हैं। फिर आखिर क्या वजह हो सकती है जो सिद्धार्थ आत्महत्या करने पर मजबूर हो गए। 

एक अंग्रेजी अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक इन दिनों सिद्धार्थ की माली हालत ठीक नहीं चल रही थी। उन पर आयकर विभाग का 300 करोड़ रुपये बकाया है और उनकी निवेश कंपनी सिवन सिक्यॉरिटीज कर्ज में डूबी हुई है। मुश्किलों से उबरने के लिए सिद्धार्थ माइंडट्री में अपनी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में थे। पुलिस को प्राप्त जानकारी अनुसार लापता होने से पहले सिद्धार्थ ने अपने सीएफओ से बात की थी। बताया जा रहा है कि कॉफी कैफे डे पर 7 हजार करोड़ का लोन भी है। जिसके बाद उनकी मिली कथित चिट्ठी में आत्महत्या की बात से पुलिस के दावे को बल मिल रहा है।