By रितिका कमठान | Mar 26, 2025
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार को छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आवास सहित कई स्थानों पर तलाशी ली। समाचार एजेंसी पीटीआई ने अज्ञात अधिकारियों के हवाले से बताया कि जांच एजेंसी की टीमें रायपुर और भिलाई में भूपेश बघेल के आवास के साथ-साथ एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और पूर्व मुख्यमंत्री के एक करीबी सहयोगी के आवासीय परिसरों पर भी पहुंचीं।
हालांकि, सीबीआई ने यह नहीं बताया है कि किस मामले को लेकर छापेमारी की जा रही है। इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भूपेश बघेल के कार्यालय ने एक बयान जारी कर कहा कि सीबीआई अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की बैठक के लिए गठित मसौदा समिति की बैठक के लिए उनके दिल्ली जाने से पहले उनके आवास पर पहुंची।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 8 और 9 अप्रैल को अहमदाबाद (गुजरात) में होने वाली एआईसीसी बैठक के लिए गठित 'ड्राफ्टिंग कमेटी' की बैठक के लिए आज दिल्ली जाने वाले हैं। इससे पहले भी सीबीआई रायपुर और भिलाई आवास पर पहुंच चुकी है।
हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय ने कथित शराब घोटाला मामले में भूपेश बघेल के आवास पर छापेमारी की थी। कांग्रेस ने 15 सदस्यीय मसौदा समिति गठित की है। समिति में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल और छत्तीसगढ़ के प्रभारी महासचिव सचिन पायलट को शामिल किया गया है। रणदीप सुरजेवाला को संयोजक नियुक्त किया गया है।
समिति राष्ट्रीय अधिवेशन के लिए मुद्दों का मसौदा तैयार करेगी, आगामी चुनावों की तैयारी समेत भावी रणनीति, राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक मुद्दों पर पार्टी का रुख, पार्टी के घोषणापत्र को और मजबूत करना, प्रतिद्वंद्वी और सत्तारूढ़ पार्टी की खामियों के खिलाफ सबूतों के साथ जवाब तैयार करना शामिल है। बताया गया है कि अहमदाबाद सम्मेलन में 3,000 से अधिक नेता भाग लेंगे।
ईडी ने बघेल के आवास पर छापा मारा
10 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय ने कथित शराब घोटाला मामले में उनके बेटे के खिलाफ धन शोधन के आरोप की जांच के तहत भिलाई शहर में बघेल के आवास पर छापा मारा था। उन्होंने बताया कि धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत चैतन्य बघेल के कथित करीबी सहयोगी लक्ष्मी नारायण बंसल उर्फ पप्पू बंसल सहित 13 अन्य स्थानों पर भी तलाशी ली गई।
तलाशी लगभग आठ घंटे तक चली, जिसके दौरान ईडी ने लगभग 30 लाख रुपये नकद और कुछ दस्तावेज जब्त किए। छापों के बाद अपुष्ट खबरें आईं कि ईडी ने चैतन्य को अपना बयान दर्ज करने के लिए बुलाया था। तलाशी के दौरान अपने घर पर मौजूद भूपेश बघेल ने दावा किया है कि जांच एजेंसी की कार्रवाई भाजपा की हताशा का नतीजा है। मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने 11 मार्च को इस कार्रवाई के विरोध में भाजपा नीत केंद्र और ईडी का पुतला जलाया था।
ईडी के अनुसार, कथित शराब घोटाला 2019 और 2022 के बीच किया गया था, जब छत्तीसगढ़ में सीएम बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार थी। एजेंसी ने पहले कहा था कि छत्तीसगढ़ शराब घोटाले के कारण राज्य के खजाने को भारी नुकसान हुआ और अपराध की आय से 2,100 करोड़ रुपये से अधिक की राशि शराब सिंडिकेट के लाभार्थियों की जेबों में भर गई।