लखनऊ। संभल में जामा मस्जिद का सर्वे कराये जाने के दौरान पत्थरबाजी करने वालों के बुरे दिन शुरू हो गये हैं। योगी सरकार ने पत्थरबाजों के पोस्टर चौक-चौराहों पर लगाने के साथ इन पत्थरबाजों को पकड़ने में सहयोग करने वालों को ईनाम भी दे रही है। जामा मस्जिद में मंदिर होने का दावा पेश किए जाने पर हुए दूसरे चरण के सर्वे के दौरान हिंसा फैलाने वाले 250 आरोपितों के पोस्टर पुलिस प्रशासन की ओर से जारी किए गए हैं। इन्हें सोशल मीडिया पर प्रसारित करने के साथ ही शहर व अन्य सार्वजनिक स्थानों पर चस्पा किये जा रहे हैं। इनकी पहचान कर पता बताने वालों का नाम गोपनीय रखते हुए उन्हें इनाम भी दिया जाएगा। इसके साथ ही बवाल के बाद फरार हुए उपद्रवियों की गिरफ्तारी के लिए एक दर्जन से अधिक टीमें गठित की गई हैं, जो आसपास क्षेत्र के अलावा दिल्ली और उसके आसपास व उत्तराखंड में भेजी गई हैं। इसके साथ ही जिन 27 लोगों को जेल भेजा जा चुका है उनका डाटा खंगाला जा रहा है।
संभल पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई के अनुसार, जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हुई हिंसा के जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। उनपर बलवा समेत अन्य धाराएं लगाने के साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा कानून यानी एनएसए के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जो लोग भी पत्थर बरसाने, आगजनी करने करने और फायरिंग करने वाले थे उनमें से अधिकांश ड्रोन कैमरों और दुकानों के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गए हैं। जिनकी फुटेज निकाली जा चुकी हैं और उनके पोस्टर भी तेयार कराए गए हैं। जो भी इनके बारे में सूचना देगा उसे पुलिस प्रशासन की ओर से इनाम भी दिया जाएगा। कुछ महिलाएं भी पत्थरबाजी करते समय कैमरों में कैद हो गईं हैं,इनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।