वही यह कहा जा रहा है कि शिक्षा विभाग को छात्रवृत्ति मामले की जांच करवानी चाहिए। क्या जिन स्कूलों को छात्रवृत्ति का भुगतान किया गया है, वे छात्र-छात्राएं सही हैं या नहीं। क्योंकि कुंभराज के जिन दो निजी विद्यालय के बच्चों के नाम पर छात्रवृत्ति राशि का घोटाला किया गया, उसमें फर्जी छात्र-छात्राओं के नाम सामने आए है। यही नहीं एक विद्यार्थी के खाते में फर्जी रूप से कई बार राशि का भुगतान किया जाना सामने आ चुका है। जिसकी पुष्टि बैंक स्टेटमेंट से हो चुका है।